कानपुर(ब्यूरो)। शहर को साफ सुथरा बनाने की कवायद रंग लाई है। केंद्र की तरफ से सैटरडे को जारी हुए स्वच्छ भारत सर्वेक्षण-2021 की रैंकिंग कानपुर ने देश में 21वां स्थान प्राप्त किया है। जो पिछली रैंकिंग से चार पायदान ऊपर है, पिछली बार 25वां रैंक था। हालांकि टॉप टेन में स्थान बनाने का सपना अभी पूरा नहीं हो पाया है। संभावना है कि अगली बार रैंकिंग में और भी सुधार होगा। हालांकि जगह जगह गंदगी, समय पर कूड़ा न उठना समेत अन्य कारणों से कानपुर टॉप टेन में पहुंचने में फेल हो रहा है।

यूपी में कानपुर थर्ड
इस रैैंकिंग में देश में लखनऊ को 12वां और यूपी में पहला स्थान प्राप्त हुआ। जबकि गाजियाबाद देश में 18वां और यूपी में दूसरा और कानपुर ने देश में 21वां और यूपी में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। इसके अलावा गंगा सिटी के 48 शहरों में चौथा स्थान प्राप्त हुआ है। जो पिछले बार से दो पायदान नीचे खिसक गया है।

2018 में 65वां रैंक
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की रैकिंग में देश के चार हजार शहरों को शामिल किया गया था। वर्ष 2018 के स्वच्छता सर्वेक्षण में कानपुर 65 नंबर पर था और अगले तीन साल में 44 पायदान ऊपर पहुंच गया है। नगर निगम अब कानपुर को टॉप-10 में लाने के प्रयास में जुट गया है।

रैंकिंग में सुधार होने के मुख्य वजह
- गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग करके देने की अपील रंग लाई, साथ ही दुकानदारों को डस्टबिन रखने के आदेश दिये
- अमृत महोत्सव पर 172 घंटे लगातार सफाई अभियान चलाकर रिकार्ड भी बनाया गया
- म्यूनिसिपल कमिश्नर ने अभियान चलाकर स्कूल, अपार्टमेन्ट, कॉलोनीज और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को गीले कूड़े को एकत्र कर खाद बनाने को प्रोत्साहित किया
- शहर में कूड़ाघर खत्म करने के लिए नगर निगम ने 18 स्थानों में कंपैक्टर लगाए गए, ढककर कूड़ा जाने की व्यवस्था की गई

इंदौर फस्र्ट
1 नंबर पर इंदौर
2 नंबर पर सूरत
3 नंबर पर विजयवाड़ा

सर्वे शुरू, कमियां होगी दूर
स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 का सर्वे शुरू हो गया है। सभी वार्डों में घर-घर से कूड़ा उठने, गीला व सूखा कूड़ा अलग उठाने और प्लांट का संचालन तेजी से कराने की तैयारी की जा रही है। अभी चालीस फीसद ही वार्डों में घर-घर से गीला व सूखा कूड़ा उठ पा रहा है। इसके अलावा प्लाट में एकत्र 15 लाख मीट्रिक टन पुराने कूड़े का निस्तारण कराया जाना है। एचएएल ने सीएसआर फंड से एक करोड़ रुपये की पुराने कूड़े के निस्तारण का प्लांट लगाया है।

चार सालों में इतना सुधार
साल रैकिंग
2021 21
2020 25
2019 63
2018 65

प्रदेश में इन सिटी की रैंकिंग
सिटी देश प्रदेश स्कोर
लखनऊ 12 1 4546.17
गाजियाबाद 18 2 4220.90
कानपुर 21 3 3837.67
आगरा 24 4 3715.53
प्रयागराज 26 5 3613.72
मेरठ 27 6 3598.23
गोरखपुर 111 7 3532.15

लगातार शहर को स्वच्छ, सुन्दर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले साल से चार रैंकिंग में उछाल आने पर बेहद खुशी है। 2022 के सर्वेक्षण में शहर को टॉप-10 में लाने का प्रयास रहेगा।
प्रमिला पांडेय, महापौर

स्वच्छता सर्वे में कानपुर को टॉप टेन में लाने के लिए प्रयास होंगे, जिन बिंदुओं पर कमी रह गई है उन्हें सुधारा जाएगा। हर वार्ड में घर-घर से कूड़ा उठाने की व्यवस्था की जाएगी।

शिव शरणप्पा जीएन, म्यूनिसिपल कमिश्नर