कानपुर (ब्यूूरो)। आईआईटी ने डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) के सहयोग से कैंपस में डीआरडीओ इंडस्ट्री एकेडमिया सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना की है। यहां नेक्स्ट जेनरेशन डिफेंस टेक्नोलॉजी में इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च होगी। मसूरी में इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट के पूर्व डायरेक्टर संजय टंडन इस सेंटर में डायरेक्टर के रुप में काम देख रहे हैैं। डीआरडीओ की ओर से इस प्रोजेक्ट की फंडिंग की जाएगी। आईआईटी कैंपस में सेंटर की स्थापना 2022 में गांधीनगर में डिफेंस एक्सपो के दौरान हुए एक एमओयू के तहत हुई है। उद्घाटन डीआरडीओ अध्यक्ष डॉ। समीर वी कामत, आईआईटी डायरेक्टर प्रोफेसर मनिन्द्र अग्रवाल, डॉ। सुब्रत रक्षित, प्रो। तरुण गुप्ता, प्रोफेसर कांतेश बलानी और डॉ। मयंक द्विवेदी आदि ने किया।


यह होंगे काम
यह नया सेंटर शुरुआत में कुछ खास क्षेत्रों में रिसर्च और डेवलपमेंट के एरिया में रिसर्च का नेतृत्व करेगा, जिसमें पतली फिल्मों पर डिवाइस और सिस्टम निर्माण के लिए फ्लेक्सिबल सबस्ट्रेट्स पर प्रिंटिंग, एडवांस नैनोमटेरियल्स, एक्सीलेरेटेड मैटेरियल डिजाइन एंड डेवलपमेंट, उच्च प्रदर्शन वाले विस्फोटकों के मॉडलिंग और धातुयुक्त विस्फोटकों के प्रदर्शन की भविष्यवाणी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए हाई एनर्जी मैटेरियल और खतरनाक अपशिष्ट को पहचानने से लेकर घाव भरने तक के अनुप्रयोगों के लिए बायो इंजीनियरिंग के जरिए टेक्नोलॉजी डेवलप करेगा।

आत्मनिर्भर बनेगा इंडिया
आईआईटी डायरेक्टर प्रो। मनिन्द्र अग्रवाल ने कहा कि बदलते समय के साथ, सही अर्थों में आत्मनिर्भर भारत बनने के लिए डिफेंस सेक्टर में एडवांस टेक्नोलॉजी की आवश्यकता पहले से ज्यादा है। मैं पूरी टीम को बधाई देता हूं और सेंटर की की सफलता की कामना करता हूं। डीआरडीओ अध्यक्ष डॉ। समीर वी कामत ने कहा कि यह सेंटर यह केंद्र लंबी अवधि में विभिन्न महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी के स्वदेशीकरण का मार्ग प्रशस्त करेगा, जिससे डिफेंस सेक्टर आत्मनिर्भर और सस्टेनेूल बनेगा।