कानपुर (ब्यूरो)। एक दिन में 29 अवैध कंस्ट्रक्शन को सील कर केडीए के ऑफिसर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। जबकि हकीकत ये है कि गली-मोहल्लों तक में इल्लीगल कंस्ट्रक्शन हो रहे हैं। नक्शा पास कराए बिना ही बिल्डिंग तन रही हैं। केडीए की ही रिपोर्ट मानें तो बीते फाइनेंशियल ईयर तक 12 हजार से अधिक इल्लीगल कंस्ट्रक्शन डिस्पोजल के लिए पेंडिंग है, जिनके खिलाफ कार्रवाई अभी तक नहीं हो सकी है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर इन पर आगे की कार्रवाई कब होगी?

मिलीभगत से तन रही अवैध बिल्डिंगें
दरअसल केडीए में लगभग एक साल तक परमानेंट वीसी न होने के फायदा एनफोर्समेंट टीम ने खूब उठाया। दूसरे शब्दों में कहे तो सेंटिंग-गेटिंग कर इल्लीगल कंस्ट्रक्शन की खुली छूट दे दी। बीते फाइनेंशियल में एनफोर्समेंट टीम ने केवल 478 इल्लीगल कंस्ट्रक्शन ही चिंहित किए। जबकि जानकारों के मुताबिक इस बीच कम से 5 गुना इल्लीगल कंस्ट्रक्शन मिलीभगत कर होते रहे हैं। इसी वजह से गली-मोहल्लों तक में मिनी अपार्टमेंट तन गए हैं। 50 स्क्वॉयर मीटर एरिया में तक में बहुमंजिला इमारतें तन गई हैं।

बढ़ती जा रही हैं पेडेंसी
केडीए इम्प्लाइज के मुताबिक बीते फाइनेंशियल ईयर से पहले ही 12,404 इल्लीगल कंस्ट्रक्शन कार्रवाई के लिए पेंडेंसी की लिस्ट में थे। फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में 478 और बढऩे से यह संख्या बढक़र 12,882 तक पहुंच गई। वहीं कार्रवाई के नाम पर बीते फाइनेंशियल ईयर में केवल 10 अवैध निर्माणों के खिलाफ डिमालेशन ऑर्डर जारी किया। इनमें से केवल 6 को ही डिमॉलिश किया। इस बीच 53 इल्लीगल कंस्ट्रक्शंस की ही कम्पाउंडिंग हुई। यही वजह है कि इल्लीगल कंस्ट्रक्शन के खिलाफ कार्रवाई की पेंडेंसी लिस्ट बढ़ती जा रही है।

इसलिए हुई कार्रवाई
केडीए के नए वीसी मदन सिंह गब्र्याल ने पार्लियामेंट इलेक्शन की डेट घोषित होने से ठीक पहले कार्यभार संभाला। तब से पिछले महीने तक सिटी में इल्लीगल कंस्ट्रक्शन की लगातार शिकायतें केडीए आती रहीं। इस बीच राजकोट और दिल्ली में अग्नि हादसे में कई लोगों को जान चली गई। इससे फायर डिपार्टमेंट के इम्प्लाइज भी एक्टिव हो गए। उन्होंने इल्लीगल कंस्ट्रक्शन की जानकारी केडीए वीसी को दी। केडीए वीसी के जवाब-तलब करने के बाद एनफोर्समेंट ऑफिसर एक्टिव हुए। उन्होंने 2 जून को एक ही दिन में 29 इलीगल कंस्ट्रक्शन सील किए।

इन इलाकों में मिनी अपार्टमेंट तने
किदवई नगर, साकेत नगर, निराला नगर, सिविल लाइंस, मालरोड, काकादेव, स्वरूप नगर, पनकी, गुमटी, , लाजपत नगर, गोविन्द नगर, जूही डब्ल्यू ब्लाक केशव नगर, बसन्त विहार, श्याम नगर, लालबंगला, शिवकटरा, जाजमऊ, चकेरी,रतनलाल नगर, बर्रा, पीरोड सीसामऊ, पशुपति नगर, नौबस्ता आदि ।