कानपुर (ब्यूरो)। ये शासन की सख्ती का असर है या फिर कैंडिडेट्स की उदासी। पुलिस भर्ती परीक्षा में बड़ी संख्या में कैंडिडेट्स गैरहाजिर हो रहे हैं। शुक्रवार को जहां करीब 15 हजार कैंडिडेट ने परीक्षा छोड़ दी थी तो वहीं शनिवार को ऐसा ही हाल रहा। दोनों शिफ्ट में मिलाकर 13,706 कैंडिडेट परीक्षा केंद्रों तक पहुंचे ही नहीं। पहले दिन की तरह की दूसरे दिन भी पुलिस परीक्षा को लेकर अलर्ट मोड पर रही। महिला अभ्यर्थी की तलाशी महिला पुलिसकर्मियों ने और पुुरुष अभ्यर्थियों की पुरुष पुलिस कर्मियों ने। सेंटर पर एंट्री देने से पहले डीएफएमडी (डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर) और एचएचएमडी (हैैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर) से हर अभ्यर्थी की जांच की गई। ड्रोन कैमरों से सेंटर्स की छत और सेंटर से 200 मीटर रेंज तक हवाई निगरानी की जा रही थी।
एक घंटे पहले पहुंचे पेपर
एग्जाम के एक घंटे पहले ही प्रश्नपत्र सेंटर्स पर पहुंचे थे। दूसरे दिन भी दोनों शिफ्ट में मिलाकर 51,600 अभ्यर्थियों(एक शिफ्ट में 25,800 ) को परीक्षा देनी थी। पहली शिफ्ट में 18,804 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी यानी 6996 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। जबकि दूसरी पाली में 19,090 अभ्यर्थी शामिल हुए। 6,706 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए। दूसरे दिन कुल 26 फीसद अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। वहीं हरसहाय डिग्री कॉलेज में परीक्षा दे रहे एक अभ्यर्थी को नकल करने पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
एडमिट कार्ड में लिखे थे फॉर्मूले
बजरिया स्थित हरसहाय डिग्री कॉलेज में मथुरा के आशा नगर कॉलोनी जयसिंह पुरा थाना गोविंद नगर निवासी पवन चौधरी सुबह की शिफ्ट में परीक्षा देने आया था। रूम नंबर 6 सी में कक्ष निरीक्षक वन्दना राज और अनूप कुमार शुक्ला थे। कक्ष निरीक्षक वन्दना ने 10:02 बजे पवन चौधरी को पकड़ा। पवन के प्रवेश पत्र के पीछे कुछ फार्मूले परीक्षा से संबंधित लिखे थे। वरिष्ठ केंद्राध्यक्ष डॉ। अमर श्रीवास्तव की तहरीर पर केस दर्ज कर पवन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी
परीक्षा केंद्र में जाने के लिए अभ्यर्थियों की तीन स्तर पर जांच की गई। पहले कमिश्नरेट पुलिस फिर एलआईयू और उसके बाद बायोमेट्रिक जांच से होकर अभ्यर्थियों को गुजरना पड़ा। वहीं परीक्षा देने आए कई अभ्यर्थियों के पास एडमिट कार्ड ही नहीं था। ऐसे में उन्हें एडमिट कार्ड के लिए दूर तक भटकना पड़ा। परीक्षार्थियों को दिक्कत ना हो तो पुलिस ने उनकी मदद की और एडमिट कार्ड निकलवाया। अधिकतर अभ्यर्थी बैग व मोबाइल लेकर पहुंचे थे। जिसके चलते हर केंद्र के बाहर पुलिस ने सामान रखने की व्यवस्था की थी। परीक्षा केंद्रों पर एलआईयू भी तैनात रही।
स्टेशन से बस अड्डे तक पुलिस मुस्तैद
सुबह से ही पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार, एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर हरीश चंदर, डीएम राकेश कुमार सिंह, डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार, डीसीपी ईस्ट एसके सिंह, डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह, डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी, एडीसीपी सेंट्रल महेश कुमार, एडीसीपी वेस्ट विजयेंद्र द्विवेदी, एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा और एडीसीपी ईस्ट लखन लगातार सेंटर्स पर मूवमेंट करते दिखाई दिए।