कानपुर (ब्यूरो)। 48 डिग्री सेल्सियस की गर्मी में जब कूल और पंखे भी राहत न दे पा रहे हों, ऐसे में तपते टिन शेड के नीचे बैठकर लू के थपेड़ों के बीच ट्रेनों का इंतजार करना पैसेंजर्स के लिए किसी सजा से कम नहीं है। ऊपर से ट्रेनों की घंटों लेटलतीफी ने समस्या और बढ़ा दी है। ऐसे में रेलवे ने पैसेंजर्स को राहत देने के लिए एक और पेड एसी रूम बनाने का फैसला किया है। निर्माण कार्य शुरू हो गया है। 15 दिन के अंदर पैसेंजर्स को सुविधा मिलने लगेगी। वर्तमान में जो पेड एसी वेंिटंग रूम है वह हाउसफुल चल रहा है और जरूरत के हिसाब से ऊंच के मुंह में जारी साबित हो रहा है। पैसा देने के बावजूद एसी वेटिंग हॉल में बैठने तक की जगह नहीं है।

150 पैसेंजर्स की सिटिंग कैपेसिटी
कानपुर सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर महिला लाइन बूथ के पास ही एक और एसी वेटिंग रूम बनाया जा रहा है। जिसमें 150 पैसेंजर्स के बैठने की व्यवस्था होगी। इसके अलावा वेटिंग रूम में ही पैसेंजर्स के टाइम पास करने के लिए एलईडी लगाई जाएगी। वहीं वेटिंग हॉल के अंदर पैसेंजर्स को रिफ्रेश काउंटर की भी सुविधा मिलेगी। जहां पैक्ड फूड के साथ कॉफी की सुविधा पैसेंजर्स को मुहैया होगी।

पूरी तरह से पैक एसी वेटिंग रूम

बता दें कि भीषण गर्मी में समर स्पेशल टे्रनें घंटों लेट चल रही हैं। जिसकी वजह से पैसेंजर्स को अपनी ट्रेनों के इंतजार में घंटों स्टेशन में गर्मी में गुजारना पड़ रहा है। लिहाजा प्लेटफार्म एक पर मौजूद पेड एसी वेटिंग रूम पूरी तरह से पैक चल रहा है। वेटिंग हॉल ओवरक्राउड होने की वजह से कूलिंग में भी असर पड़ा है। वहीं समर वैकेशन के चलते सेंट्रल स्टेशन पर पैसेंजर्स का फुटफॉल बढ़ा है।

इसलिए पड़ी जरूरत
रेलवे आफिसर्स के मुताबिक कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर डेली लाखों पैसेंजर्स का आवागमन है। 24 घंटे में एसी वेटिंग रूम में हजारों पैसेंजर्स का आवागमन है। पैसेंजर्स की संख्या को देखते हुए एसी वेटिंग रूम काफी छोटा है। वहीं ऐसी गर्मी में तो हालात और खराब हो जाते है। लिहाजा रेलवे आफिसर्स ने पैसेंजर्स की सुविधा के लिए एक और एसी वेटिंग रूम बनाना का निर्णय लिया है। जिससे अधिक से अधिक वीआईपी पैसेंजर्स को एसी वेटिंग रूम की सुविधा उपलब्ध कराई जा