- पॉलीटेक्निक से की जाएगी मेट्रो की निगरानी

- 2 हजार करोड़ रुपए से 201 मेट्रो कार, ट्रेन कंट्रोल एंड सिग्नलिंग के किए गए टेंडर

- 84 करोड़ से पॉलीटेक्निक में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, मेट्रो डिपो कम वर्क शॉप बनना शुरू

KANPUR: कानपुर मेट्रो का कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पॉलीटेक्निक में बनेगा। जहां से मेट्रो ट्रेंस पर पल-पल की निगरानी रखी जा सकेगी। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। फिलहाल कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बिल्डिंग का बेस बनाया जा रहा है। ये कमांड एंड कंट्रोल सेंटर अगले वर्ष की शुरूआत में बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है। 2 हजार करोड़ से 201 मेट्रो कार, ट्रेन कंट्रोल एंड सिग्नलिंग के टेंडर किए जा चुके हैं।

2 हजार करोड़ रुपए से

कानपुर मेट्रो का पहला कॉरिडोर आईआईटी से नौबस्ता है। इसके लिए मेट्रो डिपो कम वर्कशॉप व मेट्रो लाइनें पॉलीटेक्निक, कमांड एंड कन्ट्रोल सेंटर भी बनाया जा रहा है। इसकी शुरूआत हो चुकी है। इन कार्यो पर लगभग 90 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके साथ ही 2 हजार करोड़ से 201 मेट्रो कार, ट्रेन कन्ट्रोल एंड सिग्नलिंग सिस्टम के लिए टेंडर किए जा चुके हैं। यूपी मेट्रो रेल कार्पोरेशन के ऑफिसर्स के मुताबिक 201 में आधी से ज्यादा कार कानपुर मेट्रो के लिए होगी। ये मेट्रो ट्रेन फिलहाल आईआईटी से मोतीझील के बीच दौड़ेगी। इनका कन्ट्रोल एंड कमांड सेंटर की बिल्डिंग का बेस पॉलीटेक्निक में बनना शुरू हो गया है। जहां सर्विलांस व इलेक्ट्रिानिक्स सिस्टम के जरिए हर एक मेट्रो ट्रेन पर नजर रखी जा सकेगी। कन्ट्रोल रूम में लगे मॉनिटर पर लाइन डायग्राम के रूप में मोतीझील व आईआईटी की तरफ से चल रही मेट्रो ट्रेन दिखाई पड़ेगी। यही से मेट्रो स्टेशन व ट्रैक पर लगे सिग्नल्स का संचालन होगा। स्टेशंस पर लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिए नजर रखी जा सकेगी।

कानपुर मेट्रो

प्रॉयरिटी सेक्शन-- आईआईटी से मोतीझील

काम शुरू हुआ--15 नवंबर 2019

कम्प्लीशन टारगेट- नवंबर, 2021

लंबाई-- 8.03 किलोमीटर

मेट्रो स्टेशन-- 9

टोटल प्रोजेक्ट कॉस्ट-- 11 हजार करोड़