कानपुर (ब्यूरो)। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से ट्यूसडे नेशनल एलिजबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) यूजी का रिजल्ट जारी किया गया। सुबह से चल रहे इलेक्शन रिजल्ट के माहौल के बीच आए नीट के रिजल्ट ने काकादेव स्थित कोचिंग मंडी का माहौल चंद पलों में बदल दिया। कोचिंग सेंटर्स में टीवी चैनलों पर चल रही न्यूज के बजाय फैकल्टी और कर्मचारी तुरंत कंप्यूटर पर रिजल्ट देखने के लिए शिप्ट हो गए। बताते चलें कि नीट यूजी क्रैक करने के बाद देश के मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस, बीएचएमएस, बीएएमएस और बीडीसी समेत मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन मिलता है। रिजल्ट में पास होने वाले स्टूडेंट्स को अब काउंसिलिंग प्रोसेस से गुजरना होगा। सिटी में 500 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने इस एग्जाम को बेहतर माक्र्स के साथ पास किया है।

फिजिशियन की बेटी बनेगी कार्डियोलॉजिस्ट
काकादेव स्थित न्यू लाइट इंस्टीट्यूट से नीट की तैयारी करने वाली सौम्या कार्डियोलॉजिस्ट बनकर पेशेंट्स की सेवा करना चाहती हैैं। दिल्ली की रहने वाली सौम्या के पिता डॉ। कुंदन कुमार जनरल फिजिशियन और मां अंकिता कश्यप हाउस वाइफ हैैं। दिल्ली से 12वीं की पढ़ाई करने वाली सौम्या को यह सक्सेस दूसरे प्रयास में मिली है। इनके टोटल 720 में से 715 माक्र्स हैैं।

फैमिली के पहले डॉक्टर बनेंगे अभिनव
नीट यूजी के रिजल्ट में जनरलगंज निवासी अभिनव शुक्ला ने 720 में से 701 माक्र्स पाए हैैं। इनका कहना है कि फैमिली का पहला हूं जो डॉक्टर बनूंगा। हार्ट अटैक की घटनाएं बढ़ रही है, इस वजह से कार्डियोलॉजिस्ट बनना चाहता हूं। पिता दीपेंद्र शुक्ला पोस्ट ऑफिस में एक्जीक्यूटिव पोस्ट मास्टर और मां शालिनी शुक्ला प्राइमरी स्कूल में टीचर हैैं। यह सफलता दूसरे प्रयास में मिली है। इन्होंने 202& में 12वीं के रिजल्ट में 95.6 परसेंट माक्र्स पाए थे। यह केजीएमयू में एडमिशन लेना चाहते हैैं।


गलतियों से सबक लेकर पास किया नीट
गंगागंज के रहने वाले सात्विक गुप्ता ने नीट में 706 माक्र्स पाए हैैं। दूसरे प्रयास में सफलता पाने वाले सात्विक का कहना है कि पहले प्रयास में की गई गलतियों से सबक लेते हुए सुधारा और दूसरे प्रयास के लिए तैयारी शुरु की। बीते साल फिजिक्स और केमिस्ट्री की वजह से माक्र्स कम आए थे। पिता सत्येंद्र गुप्ता बिजनेसमैन और मां शिप्रा गुप्ता हाउसवाइफ हैैं। यह एमबीबीएस करने के बाद आगे का प्लान करेंगे।