कानपुर (ब्यूरो)। अब पैंसजर्स को बस स्टॉप पर बसों का घंटों तक इंतजार नहीं करना होगा। इतना ही नहीं, बसों की जानकारी के लिए पूछताछ काउंटर पर धक्के भी खाने होंगे। क्योंकि परिवहन निगम बसों में लगे व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस को ऐप से कनेक्ट करेगा। महीने भर में ही ऐप का शुभारंभ होगा। जिससे पैसेंजर घर बैठे अपने मोबाइल पर बस की लोकेशन ले सकेंगे। ट्रेनों की तरह ही रोडवेज की एसी और नॉन एसी बसों का लाइव स्टेटस दिखाई देगा।

रूट की सभी बसें दिखेंगी
रोडवेज मुख्यालय के पीआरओ अजीत सिंह ने बताया कि यह एप रेलवे की तर्ज में ट्रेनों की लोकेशन जानने वाले एप की तरह काम करेगा। अगर पैसेंजर को अपने रूट की बस का नंबर पता है तो ऐप के जरिये वह बस की लाइव लोकेशन अपने मोबाइल पर देख सकेंगे। अगर नंबर की जानकारी नहीं है तो वह अपने रूट की बसों का सर्च कर सकता है। बस सर्च करने पर मोबाइल में एक मैप शो करेगा। जिसमें रूट की सभी बसों की लोकेशन शो करेगा और उसके गंतव्य तक पहुंचने की टाइमिंग की भी जानकारी देगा।

स्टेशनों में लगाई जाएगी एलईडी
पीआरओ के मुताबिक, इस सुविधा को शुरू करने के लिए रोडवेज मुख्यालय में एक कमांड सेंटर बनाया गया है। पैसेंजर्स की सुविधा के लिए स्टेशन की तरह बस स्टेशन में लाइव लोकेशन देने वाली एलईटी स्क्रीन भी लगाई जाएंगी। इसकी शुरुआत डिपार्टमेंट ने कर दी है। प्लानिंग के मुताबिक, कानपुर में झकरकटी बस अड्डा, रावतपुर, न्यू सिग्नेचर सिटी बस स्टेशन, चुन्नीगंज बस अड्डा व किदवई नगर बस अड््डे में एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी।


पांच हजार बसों में लगी डिवाइस
रोडवेज आफिसर्स के मुताबिक, रोडवेज की एसी व नॉन एसी लगभग 5 हजार बसों में व्हीकल लोकेशन एंड ट्रैकिंग डिवाइस लगाई जा चुकी है। अब ऐप से इन बसों को कनेक्ट किया गया है। इसके आधार पर ही पैसेंजर्स एप के माध्यम से बसों की लाइव लोकेशन जान सकेगा। उन्होंने बताया कि कानपुर अंतर्राज्यीय बस अड्डा है। लिहाजा यहां से चलने वाली व वाया कानपुर चलने वाली अधिकतर बसों में व्हीकल लोकेशन एंड ट्रैकिंग डिवाइस लगाई गई हैं।

ये समस्या होती थी अब तक
झकरकटी बस अड्डे से डेली 1 हजार से अधिक बसों का संचालन यूपी के विभिन्न सिटीज व दो अदर स्टेट के लिए होती है। अभी तक बसों की लोकेशन की जानकारी न तो रोडवेज के स्टॉफ को होती थी और न ही पैसेंजर्स को, लिहाजा कई बाद कनेक्टिंग बस अचानक कैंसिल कर दी जाती थी। जिसकी वजह से पैसेंजर्स कानपुर झकरकटी बस अड्डे में घंटों अपनी बस के आने का इंतजार करते थे। बस के आने का टाइम ओवर होने पर जब पैसेंजर्स हंगामा करते थे तब स्टॉफ संबंधित बस के कंडक्टर को फोन कर जानकारी लेता था। तब जाकर पता चलता था कि बस तो डिपो से चली नहीं है। पैसेंजर्स कम होने की वजह से बस को कैंसिल कर दिया गया है। यह समस्या अधिकतर रात की बसों में होती थी।

ऐसे होगी लाइव ट्रैकिंग
-रूट वार बसों की डिटेल मिलेगी, रूट डालते ही सभी बसें नंबर के साथ दिखेंगी।
-कौन सी बस किस जगह पर है, यह जानकारी लोकेशन के साथ मिलेगी।
-आप जिस जगह पर हैं, वहां बस पहुंचने में कितना समय लगेगा, यह भी पता चलेगा।
-बस एसी या नॉन एसी, बस में कितनी सीट और यात्री हैं, इसका ब्योरा दिखेगा।
-बस का अगला स्टॉपेज कहां हैं, कितनी देर रुकेगी, कितनी स्पीड से चल रही है
-पीछे कितनी बसें आ रही हैं, उनकी क्या स्थिति है, इसको भी चेक कर सकेंगे।

रोडवेज आफिसर्स के मुताबिक, रोडवेज की एसी व नॉन एसी लगभग 5 हजार बसों में व्हीकल लोकेशन एंड ट्रैकिंग डिवाइस लगाई जा चुकी है। अब ऐप से इन बसों को कनेक्ट किया गया है। इसके आधार पर ही पैसेंजर्स एप के माध्यम से बसों की लाइव लोकेशन जान सकेगा। उन्होंने बताया कि कानपुर अंतर्राज्यीय बस अड्डा है। लिहाजा यहां से चलने वाली व वाया कानपुर चलने वाली अधिकतर बसों में व्हीकल लोकेशन एंड ट्रैकिंग डिवाइस लगाई गई हैं।