कानपुर (ब्यूरो)। साइबर क्राइम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हैकर्स और साइबर क्रिमिनिल्स से निपटना बड़ी चुनौती बनती जा रही है। क्योंकि जरूरत के मुताबिक देश में साइबर एक्सपर्ट की भारी कमी है। अब इस कमी को दूर करेगी सीएसजेएम यूनिवर्सिटी। सीएसजूएमयू कैम्पस और एफिलिटेड कालेजों में पढ़ रहे यूजी और पीजी के स्टूडेंट्स को वोकेशनल कोर्स के माध्यम से साइबर सिक्योरिटी का पाठ पढ़ाया जाएगा। थर्सडे को सीएसजेएमयू, सीएसजेएम इनोवेशन फाउंडेशन और आईआईटी कानपुर के सी3आईहब के बीच एमओयू हुआ।
पूरी तरह ऑनलाइन कोर्स
सीएसजेएमयू के वीसी प्रो। विनय कुमार पाठक और आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर प्रो। मणींद्र अग्रवाल की मौजूदगी में एमओयू साइन किया गया। छह महीने के इस वोकेशनल प्रोग्राम का उद्देश्य स्टूडेंट्स को साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में एक्सपर्ट बनाने के लिए जरूरी स्किल और नॉलेज से परिपूर्ण करना है। कोर्स पूरी तरह से ऑनलाइन है।

यह है कोर्स कंटेंट
इस वोकेशनल कोर्स में स्टूडेंट्स को सिस्टम सिक्योरिटी, मैलवेयर विश्लेषण, नेटवर्क सिक्योरिटी, क्रिप्टोग्राफी और आईओटी सिक्योरिटी शामिल है। यह ऑनलाइन कोर्स स्टूडेंट्स को मौलिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव दोनों प्रदान करता है। कोर्स में साइबर रेंज के माध्यम से प्रत्येक स्टूडेंट के डेस्क पर कस्टम लैब उपलब्ध होगी। यह स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस और इंडस्ट्री रेलिवेंट नॉलेज देने के लिए डिजाइन किया गया है, जो उन्हें साइबर सिक्योरिटी डोमेन में सफल करियर के लिए तैयार करता है।

फस्र्ट फेज में 50 हजार स्टूडेंट
इस कोर्स में सी3आईहब स्टूडेंंट्स के लिए वर्चुअल लैब, टेक्निकल डेस्क सपोर्ट और अंतिम मूल्यांकन परिणाम प्रदान करेगा। वहीं, सीएसजेएमयू प्रोग्राम को स्टूडेंट्स तक पहुंचाने के लिए जिम्मेदार है। फस्र्ट फेज में 50 हजार स्टूडेंटस को इनरोल करके साइबर एक्सपर्ट के रूप मेें तैयार करने का उद्देश्य है। एमओयू के मौके पर सी3आईहब की सीईओ डॉ। तनिमा हाजरा, सीएसजेएमयू के रजिस्ट्रार डॉ। अनिल यादव, सीएसजेएमआईएफ के सीईओ विवेक मिश्रा, डीन एकेडमिक्स डॉ। बृष्टि मित्रा, डॉ। विशाल शर्मा और कॉलेजों के प्रिंसिपल मौजूद रहे।

साइबर हैकिंग की बढ़ रही घटनाएं
आईआईटी डायरेक्टर प्रो। मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि साइबर सिक्योरिटी समय के साथ साथ पापुलर हो रही है। बीते सालों में साइबर हैकिंग की घटनाएं भी बढ़ी हैं। ऐसे में सभी को साइबर सिक्योरिटी की जानकारी होना जरूरी है। इस काम के लिए सीएसजेएमयू के साथ ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया जाएगा, जिसमें स्टूडेंट्स को साइबर सिक्योरिटी के प्रति अलर्ट किया जाएगा और बचने के तरीके बताए जाएंगे। स्टूडेंट्स को ऑनलाइन हैैंड्स ऑन प्रैक्टिस की फैसिलिटी भी दी जाएगी।

वोकेशनल कोर्स में किया शामिल
सीएसजेएमयू के वीसी प्रो। विनय कुमार पाठक ने कहा कि आईआईटी के सी3आईहब की ओर से तैयार किए गए साइबर सिक्योरिटी कोर्स को सीएसजेएमयू में एनईपी(न्यू एजूकेशन पॉलिसी) के तहत चल रहे वोकेशनल कोर्स में शामिल किया गया है। जुलाई से इस कोर्स को सात जिलों के सभी बड़े कालेजों में लांच किया जाएगा। इसके लिए सभी कालेजों में एक एक कोर्स कोआर्डिनेटर बनाए जाएंगे, जिन्हें जून महीने में ट्रेनिंग दी जाएगी।