कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर व अकबरपुर दोनों पार्लियामेंट सीट को मिलाकर टोटल 16 कैंडीडेट की जमानत जब्त हो गई। इन कैंडीडेट्स में से किसी को भी टोटल पड़े लीगल वोट्स में 1/6 मत नहीं मिल सके हैं। इनमें कानपुर पार्लियामेंट के 9 कैंडीडेट और अकबरपुर के 7 शामिल हैं। इन्हें नामिनेशन के दौरान जमा की जमानत राशि नहीं मिल सकेगी।

एक लाख भी वोट नहीं पा सके
कानपुर पार्लियामेंट सीट में 11 कैंडीडेट चुनाव मैदान में थे। 13 मई को हुए इलेक्शन में 8.82 लाख वोट पड़े थे। इलेक्शन ऑफिसर्स के मुताबिक जमानत बचाने के लिए टोटल पड़े लीगल वोट्स में से 1/6 मतों की जरूरत होती है। इस तरह जमानत बचाने के लिए लगभग 1.47 लाख वोट कैंडीडेट की जरूरत थी। लेकिन बीजेपी के रमेश अवस्थी और कांग्र्रेस के आलोक मिश्रा को छोडक़र अन्य सभी कैंडीडेट एक लाख भी वोट नहीं पा सके हैं।

इसी तरह अकबरपुर पार्लियामेंट सीट के चुनाव मैदान में 9 कैंडीडेट थे और 10.79 लाख वोट थे। इस सीट के कैंडीडेट्स को जमानत बचाने के लिए अकेले 1.79 लाख से अधिक वोट्स की जरूरत थी। लेकिन बीजेपी और सपा के कैंडीडेट्स को छोडक़र अन्य 7 कैंडीडेट्स में से कोई जमानत बचाने भर के वोट भी नहीं पा सका। यानि इन सभी 7 कैंडीडेट्स को भी जमानती धनराशि वापस नहीं लौटाई जाएगी। इनमें से कोई कैंडीडेट एक लाख वोट तक भी नहीं पहुंच सका।