- घाटमपुर में बाइक सवार भाजपा नेता और उसके साथी की दिनदहाड़े सड़क पर गोली मारकर हत्या, एरिया में तनाव

-हत्या के मामले में तारीख पर माती कोर्ट जा रहे थे दोनों, घात लगाए बदमाशों ने पीटने के बाद मारी गोली

-परिजनों ने नहीं दी किसी के खिलाफ तहरीर, स्थानीय लोगों का कहना है, गांव में दो गुटों के बीच चलती है रंजिश

KANPUR : शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर होने को लेकर पुलिस के सीनियर अफसर कितने भी दावे करें लेकिन दावों में दम कम और हवा ज्यादा है। अपराधियों में पुलिस का कितना खौफ है इसकी सच्चाई फिर सामने आ गई। घाटमपुर में बुधवार को भाजपा नेता और उसके साथी की दिनदहाड़े रोड पर गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों बाइक से माती कोर्ट तारीख पर जा रहे थे। रास्ते में हमलावरों ने उनको गोलियों से भून दिया। वारदात के बाद पुलिस ने कुछ ज्यादा ही तेजी दिखाते हुए परिजनों के आने से पहले ही दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम भेज दिया। इसे लेकर परिजनों और सीनियर ऑफिसर्स के बीच नोकझोक भी हुई। मामला रंजिश का बताया जा रहा है लेकिन रंजिश किससे है, परिजनों ने इसका खुलासा नहीं किया। स्थानीय लोगो का कहना है ये गैंगवार की शुरुआत है। जल्द ही दूसरा पक्ष बदले क लिए बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है।

हमलावरों को कोई जल्दी नहीं थी

घाटमपुर के जलालपुर निवासी कल्लू सिंह उर्फ कपूर सिंह (42) भाजपा नेता थे। वह बुधवार सुबह रहा गांव के बच्चा सिंह (55) के साथ माती कोर्ट जा रहे थे। दोनों पर हत्या का केस चल रहा है। वे बाइक से गिरसी गांव के आगे पहुंचे थे। तभी पहले से घात लगाए बैठे दो बाइक सवार छह लोगों ने उन पर हमला कर दिया। जिससे बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई। बाइक से गिरते ही हमलावरों ने दोनों को पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद तमंचों से ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी। हमलावरों को पुलिस या किसी के देख लेने का कोई डर नहीं था। ना ही कोई जल्दी थी। क्योंकि वो सीधे गोली भी मार सकते थे लेकिन पहले दोनों की पिटाई की इसके बाद सीने पर गोलियां उतारीं।

हिस्ट्रीशीटर की हत्या में आरोपी थे दोनों

इधर, लोग गोलियों की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे, लेकिन उससे पहले हमलावर भाग चुके थे। वहां पर कल्लू और बच्चा सिंह का लहुलुहान शव पड़ा था। परिजन जब तक मौके पर पहुंचे, उससे पहले पुलिस ने दोनों शव पोस्टमार्टम भेज के लिए भेज दिए। जिससे गुस्साए परिजन और रिश्तेदारों ने हंगामा कर दिया। कल्लू सिंह और बच्चा सिंह पर विजय सिंह की हत्या का आरोप था। उसकी 2011 में हत्या हुई थी। मुकदमे में दोनों के साथ कल्लू का भाई संजय, बच्चा का बेटा विशाल और महेंद्र सचान भी हत्यारोपी हैं। जिसमें सिर्फ महेंद्र जेल में हैं, जबकि अन्य आरोपी जमानत पर बाहर थे। बच्चा सिंह के बेटे विशाल के मुताबिक विजय सिंह हिस्ट्रीशीटर था। पिता सहित उन लोगों को इस मामले में फर्जी फंसाया गया है।

एसएसपी और आईजी से नोकझोंक

आईजी मोहित अग्रवाल और एसएसपी अनंत देव ने इंस्पेक्टर से घटना की जानकारी ली तो उनको पता चला कि दोनों के शव को पोस्टमार्टम भेज दिया गया है। दोनों अफसर पोस्टमार्टम पहुंचे तो वहां पर परिजनों ने दोनों को घेर लिया। परिजनों ने पुलिस पर घटना की जानकारी न देने का आरोप लगाया। परिजनों की दोनों अफसरों से नोकझोंक भी हो गई।

आर्मी में है बच्चा सिंह का बेटा

घाटमपुर में दिनदहाड़े गोलियों से भूने गए बच्चा सिंह के परिवार में पत्नी फूला देवी, बेटा शंकर, विशाल, गौरव और बेटी ज्योति है। जिसमें शंकर आर्मी में जवान है। वहीं, कल्लू सिंह किसान था। उसके परिवार में पत्नी जगदम्बा, दो बेटे सत्यम, शिवम और बेटी शीला है।

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भाई के आने पर देंगे तहरीर

परिजनों ने रंजिश में हत्या का आरोप लगाया है, लेकिन उन्होंने यह साफ नहीं किया कि किससे रंजिश चलती है। गांव के कुछ लोगों का कहना है कि गांव में दो गुट है। दोनों के बीच जमीन को लेकर रंजिश चलती है। यह गैंगवार की शुरुआत है। तभी दूसरा पक्ष शक होने के बाद भी आरोपियों का नाम नहीं बता रहा है। बच्चा के बेटे विशाल का कहना है कि उसका भाई आर्मी से छुट्टी से घर आ रहा है। उसके आने के बाद ही तहरीर देकर बताएंगे कि उनको किस पर शक है।

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दोनों हत्यारोपी थे। वारदात के पीछे जमीन की रंजिश की बात सामने आ रही है। शक के आधार पर दो लोगों को उठाया गया है। जल्द ही हत्यारोपियों की पहचान कर उनको गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

अनंत देव, एसएसपी