कानपुर (ब्यूरो)। एक बार फिर से सिटी में स्मार्ट इलेक्ट्रिसिटी मीटर लगाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इस बार नए, पुराने सभी कनेक्शन में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। ये स्मार्ट मीटर सेंट्रल गवर्नमेंट की रिवैम्प्ड स्कीम के अन्र्तगत लगाए जाएंगे। स्मार्ट मीटर को खरीदने का टेंडर प्रॉसेज हो चुका है। इस स्कीम के तहत सिटी में 6.25 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। यानि हर कनेक्शन में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।
1.57 लाख लग चुके
सेंट्रल गवर्नमेंट की कम्पनी एनर्जी एफिशियंसी सर्विसेज लिमिटेड(ईईएसएल)को केस्को के बिजली चोरी वाले इलाकों में फ्री में 1.57 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने की जिम्मेदारी दी गई थी। कम्पनी ने ट्रायल के तौर पर वर्ष 2018 में सिविल लाइंस स्थित हैप्पी होम अपार्टमेंट में 11 पोस्टपेड स्मार्ट मीटर लगाए गए थे। ट्रायल सफल हो जाने के बाद केस्को ने सबसे अधिक बिजली चोरी वाले डिवीजनों में शामिल बिजलीघर परेड, कोपरगंज आलूमंडी व जरीबचौकी डिवीजन में पुराने मीटर हटाकर फ्री में स्मार्ट मीटर लगाने शुरू किए।
पहले अंडरग्राउंड केबिल बिछाई
बिजली चोरी वाले डिवीजनों में पहले अंडरग्र्राउंड पॉवर सप्लाई नेटवर्क बिछाया गया, फिर ज्यादातर घरों में पहले से लगे नॉर्मल मीटर को हटाकर उनकी जगह स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू किया। इसी तरह किदवई नगर डिवीजन के अन्र्तगत बाबूपुरवा सबस्टेशन से जुड़े एरिया में अंडरग्र्राउंड पॉवर सप्लाई नेटवर्क के बाद नॉर्मल मीटर को हटाकर स्मार्ट मीटर लगा दिए। इसके साथ ही केस्को पोस्ट पेड स्मार्ट मीटर को प्रीपेड में कन्वर्ट करना शुरू कर दिया है।

रोक लगने से खुशी
इस बीच अगस्त 2020 में जन्माष्टमी के दिन पूर्वांचल के कई जिलों में स्थित घर अंधेरे में डूब गए। इसकी वजह स्मार्ट मीटर को बताया गया। इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्टेट में स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगा दी। इससे लोगों के चेहरे चमक गए। क्योंकि स्मार्ट मीटर कन्ज्यूमर कनेक्टिविटी प्रॉब्लम, रिचार्ज न होने, बैलेंस खत्म होने पर घर की बिजली गुल हो जाने, रिचार्ज होने के बाद भी पॉवर सप्लाई न जुडऩे, तेज चलने आदि समस्याओं से परेशान थे। इसी वजह से लोग स्मार्ट मीटर न लगने की दुआएं कर रहे थे। केस्को के फीडबैक लेने पर लोगों ने ये समस्याएं बताई। हालांकि स्मार्ट मीटर बनाने वाली कम्पनी आरोपों से इंकार करती है।

कांट्रैक्ट कम्प्लीट, काम बंद
करीब दो वर्ष बाद फिर स्मार्ट मीटर लगना शुरू हो गए। केस्को ने नए कनेक्शन भी स्मार्ट मीटर लगाकर जारी करने शुरू कर दिए। इसकी वजह से लगभग सभी डिवीजन तक स्मार्ट मीटर की पहुंच हो गई। पिछले वर्ष 1.57 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का कांट्रैक्ट कम्प्लीट होने पर ईईएसएल ने स्मार्ट मीटर लगाने बन्द कर दिए। ईईएसएल के सिंगल फेज स्मार्ट मीटर लगाना बन्द करने पर केस्को ने दक्षिणांचल, मध्यांचल व अन्य डिस्कॉम से उधार मांगकर नॉर्मल मीटर के संग नए कनेक्शन रिलीज करने शुरू कर दिए। यह सिलसिला जारी है।

329 करोड़ रुपए है प्रोजेक्ट कास्ट
केस्को ऑफिसर्स के मुताबिक सेंट्रल गवर्नमेंट की रिवैम्प्ड स्कीम में स्मार्ट मीटर लगाना भी शामिल है। इस स्कीम के तहत केस्को एरिया में 6.25 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। इस प्रोजेक्ट की टोटल कास्ट 329.63 करोड़ रुपए है। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के जरिए के जरिए फोर जी स्मार्ट मीटर की खरीद की जा रही है। ऑफिसर्स का दावा है कि रेडियो फ्रीक्वेंसी के कारण नए स्मार्ट मीटर में कनेक्टिविटी की समस्या नहीं रहेगी।