फुरकान मर्डर केस फालोअप

-एसओ की घोर लापरवाही सामने आई, आईजी ने मांगा स्पष्टीकरण

-पीडि़त परिवार ने एसओ पर कार्रवाई के नाम पर खानापूरी करने का आरोप लगाया

-आईजी के निर्देश पर एक्टिव पुलिस ने ताबड़तोड़ दबिशें दी, आधा दर्जन का उठाया

KANPUR :

फुरकान मर्डर में पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर शाहिद पिच्चा समेत अन्य हत्यारोपियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसके लिए पुलिस ने उन पर दबाव बनाने के लिए परिजनों पर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की है। वहीं, इस केस में एसओ की घोर लापरवाही सामने आई। उन्होंने वारदात के आठ दिन बाद भी वादी को एफआईआर की कॉपी नहीं दी है। साथ ही उन्होंने पीडि़त परिवार को खुद ही हत्यारोपियों का पता लगाकर पकड़ने के लिए कहा है। इसका खुलासा खुद पीडि़त परिवार ने सोमवार को आईजी के सामने किया। उन्होंने पुलिस पर कार्रवाई के नाम पर खानापूरी करने का भी आरोप लगाया है। उनकी लिखित शिकायत पर आईजी ने एसओ से स्पष्टीकरण मांगा है।

आठ दिन हो गए, पर एक भी आरोपी पकड़ा नहीं गया

पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट फुरकान का भाई रिजवान सोमवार को बहनों समेत आईजी के ऑफिस पहुंचा था। उसने आईजी के सामने पेश होकर कहा कि वारदात को आठ दिन हो गए है, लेकिन पुलिस अभी तक एक भी आरोपी को पकड़ नहीं पाई है। उन्होंने एसओ की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि एसओ तो उनके साथ मुल्जिमों जैसा बर्ताव कर रहे हैं। एसओ जब चाहते है उनको घर से बुला लेते हैं। कभी रात में तो कभी दिन में। जिसे सुनते ही आईजी ने एसपी बात कर एसओ की कारगुजारी के बारे में बताते हुए पीडि़त के घर जाकर सांत्वना देने के लिए कहा।

दिन में ही आरोपियों के घर पर दबिशें पड़ी

वैसे तो पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए रात में ही दबिश देती है, लेकिन सोमवार को फुरकान मर्डर के पीडि़तों के आईजी ऑफिस पहुंचने का पता चलने पर पुलिस ने हत्यारोपी और उनके रिश्तेदारों के घर पर दिन में ही दबिश दी। जिससे इलाके में खलबली मच गई। पुलिस ने करीब आधा दर्जन लोगों को उठाया भी है। जिनसे किसी दूसरे थाने में रखकर पूछताछ की जा रही है। सोर्सेज के मुताबिक पुलिस ने उनको हत्यारोपियों का ठिकाना बताने के बाद ही छोड़ने के लिए कहा है।

परिजनों पर दर्ज होगा शरण देने का मुकदमा

फुरकान मर्डर में हिस्ट्रीशीटर शाहिद पिच्चा, शानू लफ्फाज और सनी नामजद है। तीनों वारदात के बाद से फरार है। आईजी के निर्देश पर पुलिस ने उन पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। अब पुलिस ने उन पर दबाव बनाने के लिए घरवालों पर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की है। उनके खिलाफ हत्यारोपियों को शरण देने का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। जिसकी शुरुआत हिस्ट्रीशीटर पिच्चा के परिजनों से होगी। अगर इसके बाद भी हत्यारोपी हाजिर नहीं हुए तो पुलिस अन्य दोनों हत्यारोपियों के परिजनों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

होस्टाइल होने का तो सवाल ही नहीं

फुरकान मर्डर में उसका बड़ा भाई रिजवान दागी वादी है। उसके होस्टाइल होने की चर्चा थी, लेकिन सोमवार को उसके अपनी बहनों के साथ आईजी ऑफिस में पेश होने से साफ हो गया कि उसका किसी भी आरोपी से समझौता नहीं हुआ है। उसने हिस्ट्रीशीटर पिच्चा से खुद की जान को भी खतरा बताया है। उसने यह भी बताया कि वो वारदात के समय फुरकान के साथ था और शाहिद ने ही रंजिश में उसको गोली मारी है। इसलिए उससे समझौते का तो सवाल ही नहीं उठता है।

वारण्ट के लिए आज दाखिल होगी अर्जी

हिस्ट्रीशीटर पिच्चा समेत अन्य आरोपियों का गैरजमानती वारण्ट जारी कराने के लिए पुलिस मंगलवार को कोर्ट में अर्जी दाखिल कर सकती है। अगर इसके बाद भी वे पकड़े नहीं जाएंगे तो पुलिस कुर्की की कार्रवाई के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल करेगी।