-एलएलबी की काउंसिलिंग का शेड्यूल अभी तक नहीं बना पाई यूनिवर्सिटी

-फोर्थ और फिफ्थ सेमेस्टर एक साल लेट चल रहा है, ऐसे में नेक्स्ट सेशन जीरो से शुरू होने के पूरे आसार

KANPUR : इस बार भी सीएसजेएमयू अपने लगभग चार हजार स्टूडेंट्स के फ्यूचर के साथ खिलवाड़ करने की पूरी तैयार में है। बस फर्क सिर्फ इतना है कि अबकी बार बीएड स्टूडेंट्स के बजाय एलएलबी के स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। आलम ये है कि यहां पर एकेडमिक कैलेंडर महज कागज का टुकड़ा बनकर रह गया है। एलएलबी का सेशन एक बार फिर लेट होने जा रहा है। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन अभी तक एलएलबी की काउंसिलिंग का शेड्यूल नहीं बना पाया है। इसके पीछे यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन का तर्क है कि अभी कॉलेजों की मान्यता का इंतजार किया जा रहा है। उधर, एंट्रेंस क्वालीफाई करने वाले स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई सही जानकारी नहीं दी जा रही है।

सेशन लेट होना तय है

सीएसजेएमयू का एलएलबी का सेशन एक बार फिर लेट होना तय है। क्योंकि बीती 30 जून को एलएलबी एंट्रेंस का रिजल्ट घोषित किया जा चुका है। इसके बाद से ही स्टूडेंट्स काउंसिलिंग की डेट का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने अभी तक काउंसिलिंग का कोई शेड्यूल नहीं बनाया है।

मान्यता की वजह से पेंच फंसा

यूनिवर्सिटी सोर्सेज से मिली जानकारी के अनुसार बार काउंसिल ऑफ इंडिया से कुछ कॉलेजों को मान्यता मिलनी है। जिसकी वजह से यूनिवर्सिटी एलएलबी की काउंसिलिंग टाल रही है। जुलाई के अंत में काउंसिलिंग का शेड्यूल जारी किए जाने की संभावना है। अगस्त में काउंसिलिंग के बाद एडमिशन प्रॉसेस शुरू किया जाएगा। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि यूनिवर्सिटी को अगला सेशन शून्य से शुरू करना पड़ सकता है।

स्टूडेंट्स के फ्यूचर से खिलवाड़

सीएसजेएमयू में करीब 42 एलएलबी के कॉलेज हैं, जिसमें करीब 4500 स्टूडेंट्स को एडमिशन मिलता है। बीएनडी कॉलेज, वीएसएसडी कॉलेज और डीसी लॉ कॉलेज ऐडेड कॉलेज हैं। इन कॉलेजों में करीब 940 स्टूडेंट्स को एडमिशन मिलता है। एलएलबी स्टूडेंट्स की प्रॉयोरिटी में यही कॉलेज होते हैं। जिसकी वजह यहां पर फीस का कम होना है।

4th, 5th सेमेस्टर क् साल लेट है

इयर ख्0क्0 में एडमिशन लेने वाले एलएलबी के स्टूडेंट्स को नियमता इयर ख्0क्फ् में पास होकर निकल जाना चाहिए था, लेकिन यह बैच जून ख्0क्ब् में पास हुआ है। यही नहीं इयर ख्0क्क् में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को इस साल डिग्री मिलनी थी, लेकिन उन्होंने अभी भ्वें सेमेस्टर का एग्जाम दिया है। फोर्थ और फिफ्थ सेमेस्टर का सेशन एक साल लेट चल रहा है।

वर्जन

यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन स्टूडेंट्स के हितों की लगातार अनदेखी कर रहा है। सेशन लेट हो तो कोई फर्क नहीं ।

नेहा द्विवेदी, स्टूडेंट

अब किसी साथी को एडवाइस नहीं देंगे कि वह सीएसजेएमयू से एलएलबी की पढ़ाई करे।

अजितेश, स्टूडेंट

अगर कॉलेजों को मान्यता नहीं मिली तो यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के फ्यूचर से खिलवाड़ क्यों कर रही है।

रणधीर, स्टूडेंट

हम बस इंतजार कर रहे हैं कि जल्दी से सिक्स्थ सेमेस्टर की पढ़ाई पूरी हो और विश्वविद्यालय से पीछा छूटे।

विनी जायसवाल

वर्जन

सीएसजेएमयू को कागजी घोड़े दौड़ाने से बचना चाहिए। एकेडमिक कैलेंडर मात्र रश्म अदायगी बन गई है। लगातार सेशन पिट रहा है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा।

डॉ। विवेक द्विवेदी, प्रिंसिपल बीएनडी कॉलेज

हकीकत तो यह है कि फिफ्थ सेमेस्टर वाले स्टूडेंट्स को इस बार पास होकर निकल जाना चाहिए था, लेकिन अभी उन्हें सिक्स्थ सेमेस्टर की पढ़ाई करनी है। फोर्थ सेमेस्टर वाले स्टूडेंट्स भी एक साल लेट चल रहे हैं।

प्रो। वीएस त्रिपाठी, एचओडी लॉ बीएनडी कॉलेज

एंट्रेंस के रिजल्ट के बाद काउंसिलिंग का शेड्यूल जारी कर देना चाहिए था। पहले ही सेमेस्टर लेट चल रहा है। इस प्रक्रिया से सेमेस्टर और लेट हो जाएगा, जिससे स्टूडेंट्स को नुकसान होगा।

डॉ। एएस भटनागर, प्रिंसिपल वीएसएसडी कॉलेज