कानपुर (ब्यूरो) इस वारदात में कुछ दिन पहले चौबेपुर पुलिस श्रीकृष्ण त्रिवेदी के दो बेटे गोविंद और राजन को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। एसपी कानपुर आउटर अजीत सिन्हा के निर्देश के बाद पुलिस लगातार आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही थी। इंस्पेक्टर के मुताबिक वेडनसडे को जानकारी मिली थी कि श्रीकृष्ण त्रिवेदी, उसका बेटा शोभित और चचेरे भाई सुधीर उर्फ लउआ कल्याणपुर जीटी रोड स्थित पेट्रोल पम्प के पास इक_ा हैं। इंस्पेक्टर वहां टीम बनाकर पहुंचे और तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने श्रीकृष्ण के पास से लाठी और सुधीर के पास से फरसा बरामद किया है।

गलत फंसाया जा रहा है
पुलिस पूछताछ में सुधीर उर्फ लउआ ने कहा कि घटना वाली रात वह वहां था ही नहीं। वह कानपुर में था। पुलिस ने इस मामले में उसे जबरन फंसा दिया है। उसे राजनीतिक रंजिश के तहत फंसाया जा रहा है।

पहले प्लॉट पर हुई शराब पार्टी
जिस प्लॉट पर घटना से पहले शराब पार्टी हुई थी। वह आरोपी शोभित के नाम पर है। पुलिस ने उससे पार्टी को लेकर जानकारी मांगी। इस पर सुधीर ने कहा कि उसके प्लॉट में

अमूमन लेबर खाना बनाते थे। फिर पुलिस ने शराब को लेकर पूछताछ की तो उसने कबूला कि लेबर जब खाना बनाकर चले गए थे तब वहां बैठकर शराब पी गई थी।
आरोपी बोला नशेबाजी में हो गया
पुलिस ने श्रीकृष्ण त्रिवेदी से पूछताछ की तो उसने घटना कबूल कर ली। श्रीकृष्ण त्रिवेदी ने पुलिस को बताया कि वह वृद्ध है और जब वह घटना के दौरान चीख चिल्लाहट सुनकर बाहर निकला तो आनंद कुरील के परिजन गाली गलौज और पथराव कर रहे थे। श्रीकृष्ण ने पुलिस को बताया कि नशेबाजी में घटना हुई। उसके पक्ष के लोग शराब ज्यादा पी लिए थे। जिसके बाद आपा खो बैठे। पुलिस ने उससे पूछा कि आनंद की हत्या कैसे की। इस पर श्रीकृष्ण ने जवाब दिया कि हत्या नहीं की गई। पथराव में वह कहीं गिरा और उसके सिर पर चोट लगने से मौत हुई है।