कानपुर (ब्यूरो) मेट्रो के अभी दो कॉरीडोर हैं। पहला आईआईटी से नौबस्ता और दूसरा सीएसए से बर्रा आठ तक। दोनों कॉरीडोर के लास्ट स्टेशन बर्रा आठ और नौबस्ता को आपस में जोडऩे और सीएसए से बैराज तक मेट्रो ले जाने की स्टडी शुरू हो गई है। इसके अलावा एयरपोर्ट के रूट पर भी मेट्रो पहुंचाने की योजना बना रहा है लेकिन उसके लिए जरूरी है कि कानपुर विकास प्राधिकरण शहर के विकास के हिसाब से अपनी रिपोर्ट दे और मेट्रो की सुविधा की बात कही जाए। उस रिपोर्ट के आधार पर मेट्रो आगे बढ़ सकता है।

नयागंज से लालबंगला
पहले कॉरीडोर में नयागंज स्टेशन से लालबंगला, चकेरी, रामादेवी होते हुए मेट्रो ले जाने पर विचार चल रहा है। वहीं झकरकटी बस अड्डा से रामादेवी होते हुए भी यह रूट बनाया जा सकता है। इसमें श्याम नगर मोड़ पर भी स्टेशन बनाया जा सकता है। दूसरी ओर कल्याणपुर से बिठूर या बैराज से बिठूर का विस्तार करने की योजना पर भी विचार हो रहा है। कल्याणपुर से बिठूर के रास्ते में कई प्राइवेट कॉलेज, इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज के अलावा निजी व केडीए की टाउनशिप है। वहीं पूरे रास्ते में प्रत्येक एक किलोमीटर के अंदर चार-पांच हजार की आबादी वाले क्षेत्र हैं जो मेट्रो के लिए जरूरी होते हैं।

भविष्य में बढ़ेगा रूट
इतना ही नहीं उन्नाव, शुक्लागंज से रोज कानपुर में नौकरी या कारोबार करने आने वाले भी नयागंज स्टेशन देख कर यह उम्मीद बांधने लगे हैं कि शायद उनकी तरफ भी मेट्रो का रूट बढ़े। अकेले शुक्लागंज से करीब 15 हजार लोग रोज कानपुर आते हैं। ये लोग नयागंज, बड़ा चौराहा, नवीन मार्केट व सेंट्रल स्टेशन के आसपास बने घने थोक बाजार में या तो कारोबार करते हैं या नौकरी करते हैं।

नौबस्ता व बर्रा आठ स्टेशन जोडऩे की स्टडी चल रही है। इसी तरह की स्टडी बैराज तक विस्तार की है। एयरपोर्ट के रूट पर केडीए की रिपोर्ट के आधार पर काम होगा। बिठूर, उन्नाव, शुक्लागंज में लोड के आधार पर परीक्षण के बाद काम होगा।
- संजय मिश्रा, निदेशक वक्र्स एवं इंफास्ट्रक्चर, यूपीएमआरसी