-कल्याणपुर के मकड़ीखेड़ा में बुधवार देर रात हुई वारदात

-विरोध करने पर सेल्समैन को गोली, भाई और बहन का सिर फोड़ा

-घर में कोई कीमती सामान नहीं मिलने पर खाली हाथ लौटना पड़ा

KANPUR: शहर की पुलिस अभी चार डकैतों को दबोचने का जश्न भी नहीं मना पाई कि आधा दर्जन डकैतों ने कल्याणपुर में एक सेल्समैन के घर पर धावा बोलकर पुलिस को खुली चुनौती दे दी। डकैतों ने विरोध करने पर सेल्समैन को गोली मारने के साथ ही उसके बड़े भाई और बहन का तमंचे की बट से सिर फोड़ दिया।

तड़पता रहा घायल

हालांकि घर पर कोई कीमती सामान न होने पर बदमाशों को खाली हाथ लौटना पड़ा। वे सिर्फ दो मोबाइल फोन ही लूटकर ले गए। इधर, शोर-शराबे से इलाके में हड़कम्प मच गया। लोगों ने वारदात की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर जाकर घायल को उर्सला में एडमिट कराया। जहां वो देर शाम तक दर्द से तड़पता रहा है, लेकिन किसी भी डॉक्टर ने उसकी सुध नहीं ली।

कमरों पर नहीं नहीं हैं दरवाजे

कल्याणपुर के मकड़ीखेड़ा में रहने वाले शांति वर्मा के पति राजेंद्र की मौत हो चुकी है। उनके परिवार में दो बेटे रिंकू (32) व विक्की (22) और दो बेटियां डाली व सपना हैं। जिसमें रिंकू और विक्की हमराज कॉम्पलेक्स में सेल्समैन हैं। वे पांच साल से मकड़ीखेड़ा में रह रहे हैं। वे रात को एक रूम में लेटे थे। आर्थिक हालत ठीक न होने से उनके कमरों में गेट नहीं लगे हैं। शांति के मुताबिक, देर रात को आधा दर्जन नकाबपोश बदमाश उनके घर में घुस गए। जिसमें पहले दो बदमाश रूम पर आ गए। उनकी आहट से सबकी नींद खुल गई।

खाली हाथ लाैटना पड़ा

रिंकू और विक्की ने बदमाशों का विरोध किया तो उन्होंने तमंचे से फायर कर दिया। शोर शराब को सुनकर उनके साथी भी रूम में आ गए। उन्होंने शांति को परिवार समेत पीटना शुरू कर दिया। विक्की तो गोली लगने से बेसुध होकर गिर गया, जबकि रिंकू, सपना और डाली बदमाशों से भिड़ी हुई थीं। बदमाशों ने तमंचे की बट से उनके सिर को फोड़ दिया। इधर, बदमाशों के तीन साथियों ने घर को खंगाला, लेकिन उनको कोई भी कीमती सामान नहीं मिला। उनके हत्थे सिर्फ दो मोबाइल लगे। जिसे लेकर वे भाग गए। वहीं, गोली की आवाज से इलाके में हड़कम्प मच गया। कुछ इलाकाई लोग हिम्मत जुटाकर घर के बाहर आए, लेकिन उससे पहले ही बदमाश्ा भाग गए।

नकाबपोश थे सभी बदमाश

शांति के घर पर धावा बोलने वाले सभी बदमाश नकाबपोश थे। वे जींस और लेदर की जैकेट पहने थे। शांति के मुताबिक वो बोल-चाल से शहरी लग रहे थे। वे एक दूसरे से बिना नाम लिए बात कर रहे थे। उन्होंने घर में इस तरह हमला बोला कि किसी को भी बचने का मौका नहीं मिला।

सिर्फ पांच मिनट ही रुके थे बदमाश

सपना के मुताबिक बदमाश सिर्फ पांच से सात मिनट ही घर पर रुके थे। वे आपस में जल्दी करो, जल्दी करो बोल रहे थे। बदमाश इतनी जल्दबाजी में थे कि उन्होंने पूरा घर भी नहीं खंगाला।

दूर खड़ी की थी बाइक

बदमाश बाइकों से आए थे। किसी को भनक न लगे। इसलिए बदमाशों ने घर से काफी पहले ही बाइक खड़ी कर दी थी। इलाकाई लोगों के मुताबिक बदमाशों ने दूसरे मोहल्ले में बाइक खड़ी की थी। इलाकाई लोगों ने उनको दौड़ाया था, लेकिन वे बाइक से भाग गए।

दो फायर, एक खोखा बरामद

बदमाशों ने दो फायर किए थे। जिसमें विक्की को एक गोली है, जबकि बदमाश के दूसरे फायर का निशाना चूक गया था। पुलिस को मौके से एक खोखा भी मिला है।

किस इरादे से घ्ाुसे बदमाश

पीडि़त परिवार ने किसी से भी रंजिश से इन्कार किया है। परिजनों के मुताबिक, बदमाश घर से मोबाइल फोन छोड़कर कुछ भी नहीं ले जा सके। फिर बदमाश घर में क्यों घुसे। यह बड़ा सवाल है। पुलिस का भी मानना है कि बदमाशों का डकैती का इरादा नहीं था। पुलिस के मुताबिक शांति का परिवार रोज कमाकर खाने वाला परिवार है। वे आर्थिक रूप से इतने कमजोर हैं कि उनके कमरों के गेट तक नहीं लगे हैं। इसलिए डकैती का प्रश्न ही नहीं उठता है। अब पुलिस बदमाशों के घर में घुसने का मकसद पता कर रही है।