- नंबर बदलवाने के बाद मोबाइल कानपुर में बेचे गए

- शातिर राजू नेपाली की गिरफ्तारी से खुलेगा बड़ा राज

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KANPUR : नेपाल और बंाग्लादेश में चोरी का मोबाइल फोन बेचने वालों ने ढाई हजार मोबाइल फोन के आईएमईआई नम्बर बदलवाए थे। इतना ही नहीं इनमें से कई फोन को दोबारा भारत में लाकर बेचा गया। पकड़े गए गिरोह से पूछताछ में क्राइम ब्रांच को यह जानकारी मिली है। पुलिस इस गिरोह के अन्य लोगों के अलावा बार्डर पर मौजूद इनके एजेंट्स को पकड़ने में लगी है।

सॉफ्टवेयर के जरिए

क्राइम ब्रांच ने वेडनेसडे को शहर के डी-80 गिरोह के सम्पर्क में रहे मोबाइल चोरी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह के नौ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। क्राइम ब्रांच की जांच में पता चला है कि अब तक चुराए गए मोबाइल फोन में ढाई हजार फोन के आईएमईआई नम्बर सॉफ्टवेयर के जरिए बदले गए। इन्हें नेपाल में राजू नेपाली नाम के युवक ने बदलवाया। राजू चोरी के मोबाइल नेपाल में खरीदने और फिर उन्हें दोबारा बेचने का काम करता है। क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक जिन मोबाइल के आईएमईआई नम्बर बदले गए उनमें लगभग तीन सौ मोबाइल फोन वापस भारत भेजकर उन्हें यहां बेचा गया।

बैन संगठनों का कनेक्शन

चोरी के मोबाइल फोन बेचने वाले गिरोह के सम्पर्क में नक्सली या प्रतिबंधित संगठन तो नहीं थे, इसकी भी जांच की जा रही है। क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक बार्डर पर जिन एजेंट्स के पास मोबाइल फोन भेजे जाते थे। उनके चार- पांच मोबाइल नम्बर मिले हैं। क्राइम ब्रांच इन नम्बरों की डिटेल निकलवा रही है। जिससे यह पता लगाने का भी प्रयास किया जा रहा है कि कहीं कोई प्रतिबंधित संगठन तो इन मोबाइल्स की खरीद फरोख्त नहीं कर रहा है।