- मूट कोर्ट में जज, वकील और वादकारी होंगे स्टूडेंट

- सीएसजेएमयू में पहली बार बनेगी लीगल स्टडीज की फैकल्टी

KANPUR: आपने कोर्ट देखी होगी जहां जज, मुंशी और वकील होते हैं। जज मुकदमें की सुनवाई करते हैं। वकील जिरह करते हैं। अब आपको यही नजारा सीएसजेएम यूनिवर्सिटी में भी देखने को मिल सकता है। दरअसल, यहां पर मूट कोर्ट बनाई जाएंगी। जिसमें जज, वकील व वादकारी की भूमिका में छात्र होंगे। ऐसा करने के पीछे मकसद है कि लॉ स्टूडेंट्स को किताबी ज्ञान के साथ प्रैक्टिकल नॉलेज भी मिल सकें। इससे उनके लिए करियर में नई संभावनाएं बनेंगी। मंडे को लीगल स्टडीज डिपार्टमेंट के फैकल्टी सदस्यों के साथ बैठक में यह फैसला वाइस चांसलर प्रो.विनय पाठक ने किया।

प्रस्ताव तैयार करने के दिए आदेश

वीसी ने सभी सदस्यों से कहा, कि विभाग में नए कार्सो को संचालित करने का प्रस्ताव तैयार करिए। बोले, किताबी पढ़ाई के साथ-साथ लॉ की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स प्रैक्टिकल जानकारी भी हासिल कर सकें, यह आपकी जिम्मेदारी है। बैठक में डीन प्रशासन डॉ। सुधांशु पांड्या, डॉ। प्रवीण भाई पटेल, डॉ। अजय यादव, डा.विवेक सिंह सचान और लोग थे।

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इंटैलेक्चुअल प्रापर्टी राइट्स में सर्टिफिकेट कोर्स शुरू

यूनिवर्सिटी में इंटैलेक्चुअल प्रापर्टी राइट्स सब्जेक्ट पर इस सेशन से सर्टिफिकेट कोर्स शुरू होगा। छह महीने की पाठ्यक्रम अवधि वाले इस कोर्स में कुल 30 सीटें होंगी। मंडे को यह जानकारी एलएलएम के डायरेक्टर डा.एएस भटनागर ने दी। उन्होंने बताया कि उक्त पाठ्यक्रम के अलावा बीए, एलएलबी समेत कई अन्य पाठ्यक्रम अब शुरू किए जाएंगे।