राज्य पुलिस ने इस मामले में 'इस्लाम विरोधी अभियान' चलाने के आरोप में किश्तवर ज़िले से तीन लोगों को गिरफ़्तार भी किया है। गिरफ़्तार किए गए युवकों के रिश्तेदारों और फ़ेसबुक पर पोस्ट किए गए सामग्री का विरोध कर रहे कुछ मुसलमानों के बीच हुई झड़पों के कारण किश्तवर और उससे सटे हुए डोडा और भदरवाह ज़िले में तनाव बना हुआ है।

सड़कों पर विरोध कर रहे लोग इस्लाम और पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगा रहे थे और लोगों से विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की अपील कर रहे थे।

अधिकारियों के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय पुलिस स्टेशन पर पत्थर फेंके और कुछ गाड़ियों को भी नुक़सान पहुंचाया लेकिन जल्द ही भीड़ को तीतर-बितर कर दिया गया। राज्य के मुस्लिम संगठनों ने घाटी बंद का आह्वान किया है जिसे देखते हुए पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।

अधिकारियों ने फ़ेसबुक के उस पेज पर भी पाबंदी लगा दी है जिसपर मुसलमानों के पवित्र ग्रंथ क़ुरान और उनके पवित्र धार्मिक स्थल काबा की कुछ अपमानजनक तस्वीरें लगाई गई थीं।

तीन गिरफ़्तार

किश्तवर के ज़िलाधिकारी सलीम चौधरी ने बीबीसी को बताया कि किशोरी शर्मा, कीर्ति शर्मा और बंसी लाल नाम के तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में और जानकारी देते हुए कहा कि बंसी लाल और किशोरी शर्मा राज्य के शिक्षा विभाग में नौकरी करते हैं और उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जा रही है।

अधिकारी का कहना था, ''बंसी लाल और किशोरी शर्मा को नौकरी से बर्ख़ास्त कर दिया गया है और पुलिस को उनके ख़िलाफ़ पब्लिक सेफ़्टी एक्ट के तहत आरोप-पत्र दायर करने के निर्देश दिए गए हैं.''

कश्मीर के दूर-दराज़ ज़िलों जैसे किश्तवर, पूंछ और कारगिल में साम्प्रदायिक तनाव अक्सर पाया जाता है। इससे पहले कारगिल ज़िले में मुसलमानों और बौद्धों के बीच हुई झड़प के बाद चार दिनों तक कर्फ़्यू लगा रहा था।

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