- राष्ट्र के निर्माण की अवधारणा में इन दोनों बातों का होना जरूरी है, पंचायती राज्य मंत्री ने यह बात कही

- वर्चुअल कम्यूनिकेशन में आईआईटी के फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट सिद्धार्थ गोविल के सवाल पर उन्होंने कही

KANPUR: देश के निर्माण को लेकर आईआईटी कानपुर की ओर से एक वर्चुअल कम्यूनिकेशन प्रोग्राम हुआ। पंचायती राज्यमंत्री ने आईआईटी फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट सिद्धार्थ गोविल के सवाल पर कहा कि राष्ट्र के निर्माण की अवधारणा में सिर्फ मेरा हक की बात करना सही नहीं है। हमें बेहतर कल बनाने के लिए मेरी जिम्मेदारी को भी जोड़ना होगा। देश प्रेम तो बढ़ेगा ही कर्तव्यों की समझ भी होगी। शुरुआत में मिनिस्टर ने सबसे पहले डिपार्टमेंट और सरकार की उपलब्धियां बताईं। गांवों में शौचालय निर्माण का डेटा प्रस्तुत किया।

हम कठिन समय का सामना कर रहे

इससे पहले एनसीसी के ऑफिसर-इंचार्ज कर्नल अशोक मोर ने अतिथि वक्ता का स्वागत किया और बीटेक के फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट को उनके बारे में परिचय दिया। भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा हम सभी कठिन समय का सामना कर रहे हैं। सरकार समय की जरूरत को पूरा करने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। स्वच्छ भारत अभियान की परियोजना के तहत प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्र में खुले में शौच के बारे में लोगों को जागरूक किया गया। दो करोड़ 50 लाख शौचालयों के निर्माण के लिए संसाधन उपलब्ध कराए। प्रदेश के 75 जिलों को खुले में शौच से मुक्त किया।

गांवों में मिनी सचिवालय

मंत्री ने छात्रों को भारत में पंचायती राज के इतिहास और लोकतंत्र में पंचायत की भूमिका से संबंधित राज्य के नवीनतम विकास के बारे, ई-ग्राम स्वराज का डिजिटलीकरण, ग्राम प्रधान की भूमिका, गांवों में पंचायतों के लिए मिनी सचिवालय का निर्माण आदि से भी अवगत कराया। उन्होंने कहा कि, आने वाले समय में 25 विभाग पंचायतों के अंतर्गत आएंगे और वर्तमान में नौ विभागों को शामिल किया गया है और अन्य को धीरे-धीरे किया जाएगा।