-क्यू कार्बन ईजाद करने वाले साइंटिस्ट की मंडे को पीएम से मीटिंग

-बल्ब में बिजली की खपत भी अभी के मुकाबले 10 गुना कम

pradeep। tripathi @inext.co.in

KANPUR: दुनिया के लिए बेहद अहम क्यू कार्बन मैटीरीयल डेवलप करने वाले शहर के साइंटिस्ट और पूर्व आईआईटीयन प्रो। जगदीश नारायण मंडे को प्राइम मिनिस्टर मोदी से मुलाकात करेंगे। डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी के सेकेट्री प्रो। आशुतोष शर्मा भी मीटिंग के दौरान साथ में होंगे। मीटिंग में, क्यू कार्बन का इंडिया में क्या बेहतर यूज हो सकता है' इस पर डिस्कशन किया जाएगा। अहम बात यह है कि क्यू कार्बन की प्रॉपर्टी चेंज करके इसे हीरे में कनवर्ट किया जा रहा है। खास बात यह है कि एक कैरेट क्यू कार्बन वाले हीरे का रेट 30 हजार रुपए होगा यानि कि हीरे से दस गुना सस्ता। बमहौरा घाटमपुर के रहने वाले साइंटिस्ट प्रो। जगदीश नारायण ने यह जानकारी दी।

विदाउट फिलामेंट

डीके सचान महाविद्यालय कोड़ा जहानाबाद में आयोजित लेक्चर में नार्थ कैरोलाइना स्टेट यूनिवर्सिटी के सीनियर प्रोफेसर जगदीश नारायण ने स्टूडेंट्स को बताया कि एलईडी नैनो पॉकेट का यूज अब बल्ब इंडस्ट्री में किया जा रहा है। अभी जो एलईडी बल्ब बन रहे हैं वह फिलामेंट बेस ही बन रहे हैं। एलईडी नैनो पॉकेट के बल्ब में सॉलिड मैटीरियल का यूज किया जा रहा है। इसमें फिलामेंट नहीं होगा। इस टेक्नोलॉजी वाले बल्ब में रोशनी ज्यादा होगी।

उम्र ज्यादा, खर्च कम

यह एक बल्ब 50 साल तक काम करेगा। खास बात यह होगी कि इस बल्ब में बिजली की खपत सामान्य एलईडी बल्ब की तुलना में बेहद कम होगी। एक बल्ब की कास्ट एक अमेरिकन डॉलर से कम होगी। एलईडी नैनो पॉकेट से लाइट भी 100 परसेंट मिलेगी। अभी 3 परसेंट लाइट मिलती है और 97 परसेंट हीट देने में खर्च होती थी। कॉलेज मैनेजर डॉ। यूएन सचान ने गेस्ट का वेलकम किया। कॉलेज प्रिंसिपल दूध नाथ यादव ने आए हुए अतिथियों का आभार जताया।