कानपुर(ब्यूरो)। इंडस्ट्रियल के साथ यूपी का एजूकेशनल हब बन चुके कानपुर ने शुक्रवार को विकास की दिशा में एक और उड़ान भरी। अत्याधुनिक और हाईटेक सुविधाओं से लैस चकेरी एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग जनता का समर्पित कर दी गई। सीएम योगी आदित्यनाथ और यूनियन सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस का इनॉग्रेशन किया। इसके साथ ही पूरे देश से कनेक्टिविटी के लिए कानपुर से नई उड़ानें शुरू करने की बाधा दूर हो गई है। इससे कानपुर के औद्योगिक विकास की रफ्तार तेज होगी। इंडस्ट्रिलिस्ट्स व्यापारिक गतिविधियों के लिए पूरे देश में आसानी से और कम समय में आ जा सकेंगे।

खोया गौरव वापस लौटेगा
उद्घाटन समारोह में सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि जिस शहर की कनेक्टिविटी जितनी आसान होगी, वो शहर उतना ही तेजी से विकास करेगा। कानपुर की रेलवे और हाईवे से कनेक्टिविटी बेहतर है। कानपुर एयरपोर्ट का नया सिविल एंक्लेव शहर की प्र्रगति के लिए नई राहें खोलेगा। नई इंडस्ट्रीज और न्यू एज टेक्नोलॉजी आएंगी। कानपुर का खोया हुआ गौरव वापस लौटेगा। डिफेंस कॉरिडोर नोड में इंडस्ट्री लगाने वालों की लाइन लगी हुई है।

विकास और विरासत का संगम
इससे पहले चीफ योगी आदित्यनाथ, यूनियन सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया, यूनियन स्टेट मिनिस्टर वीके सिंह ने 150 करोड़ की लागत से बनी नई टर्मिनल बिल्डिंग का बटन दबाकर उद्घाटन किया। सीएम ने कहा कि कानपुर प्रदेश और देश की विकास प्रक्रिया का अभिन्न हिस्सा है। यह टर्मिनल विकास और विरासत का संगम हैं। यह टर्मिनल पहले की अपेक्षा काफी बड़ा है। कई विमान एक साथ आ-जा सकेंगे। वहीं इस टर्मिनल बिल्डिंग अपने वैभव से आने-जाने वालों अमिट छाप छोड़ेगी। कानपुर के प्राचीन मंदिरों की झलक भी दिखाई पड़ेगी।

वाटर वे की भी संभावना
चीफ मिनिस्टर ने कहा कि रेलवे के स्तर पर कानपुर की कनेक्टिविटी हमेशा से अच्छी है। इसे और बेहतर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। कानपुर-लखनऊ ग्र्रीन एक्सप्रेस वे, रिंग रोड, कानपुर-अलीगढ़ वाइडनिंग से हाईवे कनेक्टिविटी भी बेहतर हो रही है। मेट्रो कानपुर की पहचान बन चुकी है। अब कानपुर में गंगा के जरिए वाटर-वे(जल मार्ग) की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। नेशनल वाटर वे हल्दिया से वाराणसी तक शुरू हो चुका है। प्रयागराज तक बढ़ाने का काम किया जा रहा है। कानपुर को भी इससे जोडऩे के दिशा में प्रयास शुरू हो चुके हैं।

हर कमिश्नरी में एक एयरपोर्ट
उन्होंने कहा कि पिछले 6 वर्ष के भीतर एविएशन सेक्टर में काफी काम हुआ है। 2017 में जहां यूपी में केवल 4 एयरपोर्ट काम कर रहे थे, वहीं आज 9 एयरपोर्ट पूरी तरह ऑपरेशनल हैं। 12 और नए एयरपोर्ट डेवलप करने का प्रयास किया जा रहा है। आने वाले समय में यूपी में हर कमिश्नरी लेवल पर एक एयरपोर्ट डेवलपमेंट करने का प्रयास होगा।

एक करोड़ यूथ को मिलेगा रोजगार
सीएम ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 35 लाख करोड़ के प्रपोजल आए हैं। इससे एक करोड़ यूथ को रोजगार मिलेगा। पहले जो इंडस्ट्रियल यहां से जा रहे, अब लौट रहे हैं। यूथ्स को स्किल से जोडऩा होगा।