- ब्लू प्रिंट बनने के 24 घंटे बाद भी नहीं हो सका अप्लाई, तमाम हादसे होने के बाद भी नहीं टूट रही एनएचएआई की नींद

- आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस की सेटिंग से चल रहा अवैध धंधा, माल के परमिट पर ढो रहे सवारी और सवारी के परमिट पर माल

kanpur : सचेंडी हादसे में 18 लोगों की मौत के बाद सरकारी अमला एक्टिव हो गया। हादसे की तीन दिन बीत चुके हैं, इस दौरान अफसरों ने तमाम मीटिंग की। हाईवे पर पैसेंजर्स और व्हीकल्स की सिक्योरिटी का ब्लू प्रिंट तैयार किया गया। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने अपनी जिम्मेदारियां पूरी तरह से निर्वहन करने के लिए वचन दिया तो आरटीओ ने परमिट और ओवर लोडिंग रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की बात कही। वहीं ट्रैफिक पुलिस ने हाईवे पर खड़े वाहन हटवाने और ओवरलोडिंग की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली। मीटिंग में बड़ी-बड़ी बातें हुईं। मीटिंग के बाद जूम एप से मीडिया को मैराथन मीटिंग की जानकारी दी गई। ठीक 24 घंटे बाद जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने इस हाईवे के हालात देखे तो एक भी विभाग इन 24 घंटों में अपना वादा निभाता हुआ नजर नहीं आया। जिस व्यवस्था को समय रहते पूरा हो जाना चाहिए था, उसकी 24 घंटे के अंदर शुरुआत भी नहीं की गई है। हाईवे के जो हालात दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने देखे। आप भी पढ़ कर समझ लीजिए

स्थान : रामादेवी नेशनल हाईवे

समय : 02:00 बजे

(हालात : पुलिस का कोई इंतजाम नहीं दिखाई दिया। सिर्फ रामादेवी से श्याम नगर जाने वाले रास्ते पर ट्रैफिक की क्रेन िदखाई दी)

- लखनऊ और प्रयागराज का मर्जिग वे, सचेंडी से आने वाले वाहन यहां से प्रयागराज और लखनऊ की तरफ जाते हैं। गलत दिशा से वाहन नीचे भी उतरते हैं। यहां ट्रक, वोल्वो बसें, डीसीएम, आयल टैंकर, अवैध मारूति वैन और जीप व लोडरों में सवारी बैठती हुई मिली। यहां सैकड़ों की संख्या में लोग वाहनों के इंतजार में खड़े होते हैं। ड्राइवरों से बात करने पर बताया गया कि खर्चा पूरा नहीं होता, इसलिए सवारी बैठा लेते हैं। थाना चकेरी लगता है, लेकिन जिम्मेदारों को कोई लेना देना नहीं है। यहां की जानकारी जब डीसीपी टै्रैफिक को दी गई तो उन्होंने आरटीओ से बात करके दिखवा लेने का आश्वासन दिया।

स्थान : नौबस्ता हाईवे

मय : 01:30

(हालात : बद से बदतर इंतजाम, स्लिप वे पर ट्रक खड़ा मिला, सवारियां वाहन का इंतजार करते दिखीं)

- यहां ट्रांसपोर्ट्रर दोनों तरफ छोटे वाहनों में माल भर कर लाते हैं और ट्रकों को हाईवे पर रोक कर इन छोटे वाहनों का माल लोड करते हैं। सवारियां भरने के लिए भी घंटों खड़े रहते हैं। इलाका नौबस्ता थाने के अंतर्गत आता है। लेकिन थाना पुलिस या ट्रैफिक पुलिस को किसी से कोई वास्ता नहीं है। खड़े ट्रक वाले से बात करने पर उसने अपना नाम भोला और गाड़ी लोकल ट्रांसपोर्ट की बताई। साथ ही ये भी बताया कि ट्रांसपोर्ट मालिक की आरटीओ और लोकल पुलिस से सेटिंग रहती है। इसी तरह 24 घंटे नेशनल हाईवे पर माल भरा जाता है। नियम और कानून की बात करने पर भोला ने बताया कि 100 रुपये का रेट सिपाही और 200 रुपये में दरोगा। बहुत हुआ तो 500 रुपये में सारे नियम कायदे किनारे हो जाते हैं।

स्थान : श्याम नगर स्लिप वे

समय : 01:30

(हालात : स्क्रैप मार्केट के दोनों तरफ नेशनल हाईवे पर ट्रक लोड और अनलोड होते दिखाई दिए, कोयला नगर चौकी पड़ोस में है )

- यहां रांग साइड में हर 10 मिनट में वाहन निकलता दिखाई देता है। अपना जीवन बचाना है तो खुद संभल कर चलिए। यहां किसी से कुछ कहने का मतलब है स्क्रैप मार्केट की यूनियन से विवाद। लिहाजा आस पास रहने वाले भी इन टूटते नियमों के आदी हो चुके हैं। यहां चौकी की पुलिस और ट्रैफिक कर्मी भी विरोध करने में कतराते हैं क्योंकि पुलिस की बेगार करने के लिए इस मार्केट के काले कारोबारी ही काम आते हैं। इस मार्केट के अंडर पास पर कई बार हादसे हो चुके हैं।

अंडर पास पर आराम करती िदखी पुलिस

रामादेवी, कोयला नगर, श्याम नगर, यशोदा नगर और नौबस्ता पर अंडर पास बनाए गए हैं। जहां नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए थाना पुलिस, ट्रैफिक पुलिस और होमागार्ड की तैनाती की गई है। लेकिन सड़क पर दिखते हैं तो केवल होमगार्ड, बाकी सब आराम फरमाते हुए दिखाई देते हैं।

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आरटीओ से एक बार फिर बात करने के बाद अभियान शुरू किया जाएगा। परमिट चेक कराएंगे।

बीबीटीजीएस मूर्थि, डीसीपी ट्रैफिक