-नियमों को ताक पर रखकर कानपुराइट्स ने जगह-जगह लगा दी होलिका

-होलिका जलाने के लिए दिखी लापरवाही, सड़कों पर नहीं बिछाई गई ईट और बालू की लेयर

KANPUR : शहर में इस बार भी होलिका दहन के साथ ही सड़कें खाक होंगी। इसे विभाग और शहरवासियों की लापरवाही ही कहेंगे कि जगह-जगह गली व चौराहों पर होलिका दहन की जगह के नीचे न तो ईट बिछाई गई और न ही बालू। चौराहों पर कई जगह होलिका नियमों को ताक में रख कर लगाई गई है। वहीं शहर में कुछ जगह लगने वाली पुरानी होलिका में नगर निगम द्वारा ईट व बालू की लेयर बिछा कर होलिका लगाई गई है। चौराहों में बिना ईट व बालू बिछा कर लगाई गई होलिका कानपुराइट्स के लिए बड़ा सिर दर्द बनेंगी। वैसे ही शहर में जगह-जगह सड़के खुदी पड़ी हैं। ऊपर से लोगों की लापरवाही नई बनी सड़कों को भी तबाह कर देगी।

3400 जगह होता होलिका दहन

शहर में विभिन्न कुल 3400 जगहों पर होलिका लगाई जाती है, जिनमें से लगभग अधिकतर जगहों पर होलिका सड़क पर चौराहों में लगाई जाती है। वहीं बाजारों में होलिका सजाने की तैयारी जोरों से चल रही है। गोल चौराहा जीटी रोड किनारे लगने वाली पुतला मार्केट में 10 फिट से लेकर 25 फिट तक की होलिका का पुतले बिक रहे हैं। कासगंज एटा के रहने वाले रमेश बताते हैं कि वह 30 साल से पुतला बनाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया प्रतिदिन 20 से 30 होलिका के पुतला बिक रहे हैं। मार्केट में सबसे कम लागत का पुतला एक हजार रुपए का है और सबसे ज्यादा लागत का पुतला 2500 रुपए का है।

एक कदम दिला सकता है मुक्ति

पूर्व इंजीनियर वीके सिंह के मुताबिक आपका नेकी की ओर बढ़ाया गया एक कदम आपके साथ-साथ हजारों शहरवासियों को सड़कें खराब होने से होने वाली दिक्कतों से मुक्ति दिला सकता है। बस आपको अपने घर के आसपास सड़क पर लगाई गई होलिका जलाते समय यह ध्यान रखना होगा की होलिका के नीचे ईट, बालू व मिट्टी की लेयर अवश्य बिछी हो।

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प्रमुख जगहों पर होलिका दहन

रेलबाजार, गुटैया क्रॉसिंग, गोल चौराहा, किदवई नगर, गोविंद नगर, बर्रा विश्व बैंक, काकादेव, स्वरूप नगर, आर्यनगर, श्याम नगर, जाजमऊ, शिवकटरा, कृष्णा नगर, मीरपुर, ब्रह्मदेव चौराहा, केशव वाटिका चौराहा, शास्त्री नगर, काली मठिया, विजय नगर, डबल पुलिया, नेताजी नगर केशव पुरम समेत आदि शहर के विभिन्न जगहों पर चौराहे पर होलिका दहन की जाती है।