कानपुर (ब्यूरो) शहर के अलग-अलग एरिया में 1473 छोटे-बड़े नाले हैं। आए दिन नगर निगम में नालों में गंदगी भरने को लेकर शिकायतें आ रही थी, इसके लिए एनजीटी में भी मामला पहुंच गया था। इसमें सीओडी नाले का सबसे बुरा हाल है। यहां पर लोग नाले में कचरा डालने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में नालों की निगरानी के लिए नगर निगम की तरफ से जोन वाइज टीमें बनाई गई है, जो सभी नाले नालियों में गंदगी फेंकने वालों पर निगरानी रखेंगी। इसके लिए बकायदा टीमों का गठन भी हो गया है। जिसकी शुरूआत जोन-2 से शुरू कर दी गई है। ताकि नालों में कचरा फेंकने वालों पर रोक लग सके।

इसलिए लिया गया फैसला
राधारमन द्विवेदी नामक शख्स ने एनजीटी में शिकायत दर्ज कराई थी कि सीओडी नाले में लोग कचरा फेंक रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार नगर निगम से लेकर उच्च अधिकारियों को भी शिकायत दी गई, लेकिन कोई अधिकारी इस पर ठोस कदम नहीं उठा रहा है। ऐसे में एनजीटी ने इस पर सुनवाई करते हुए नाले में कचरे डालने पर रोक लगाया है और नगर निगम को कहा है कि नालों की निगरानी की जाए ताकि इस पर रोक लग सके। ऐसे में नगर निगम ने सख्ती बरतते हुए इसे धरातल पर लागू करने जा रहा है।

एनजीटी के आदेश पर ये होगा काम
नालों में कूड़ा डालने वालों के खिलाफ कार्यवाही होगी
डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन को प्रभावी बनाया जाएगा
नाले में पडऩे वाले कचरे का उठान सुनिश्चित किया जाएगा
नाले में सीधे अपशिष्ट बहाने पर भी कार्यवाही की जाएगी

फैक्ट फाइल
पिछले साल साढ़े तीन करोड़ से नाले हुए थे साफ
सीओडी समेत अन्य नालों में जमी रहती है गंदगी
शहर में 1473 छोटे-बड़े नालों की संख्या
नालों में कचरा फेंकने की वजह से होता है ओवरफ्लो
एनजीटी के आदेश पर उठाया जा रहा कदम
नगर निगम जोन-2 की तरफ से की जाएगी शुरूआत

शहर में कितने नाले
स्वास्थ्य विभाग के नाले
1209 नाले
425439 मीटर लंबाई

अभियंत्रण विभाग के नाले
165 नाले
128117 मीटर लंबाई

जोन वाइज नालों की संख्या
जोन नाले
एक 19
दो 282
तीन 250
चार 13
पांच 374
छह 271

कोट
हर साल करोड़ों रुपए खर्च कर नाले की सफाई करवाई जाती है, ताकि गंदगी को दूर किया जा सके, लेकिन कई लोग नालों में कचरा फेंकते हैं, इस पर लगाम लगाने के लिए कार्यवाही जाएगी, ताकि नाले में कचरा डालने वालों पर रोक लगाई जा सके।
डॉ। अजय कुमार संखवार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी