- गंगा के अप और डाउन स्ट्रीम की अभी महीने में एक बार हो रही वॉटर टेस्टिंग

- केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देश पर अब मंथ में दो बार की जाएगी टेस्टिंग

KANPUR : गंगा की निर्मलता बनाए रखने को लेकर पॉल्यूशन डिपार्टमेंट अब महीने में दो बार उसकी मॉनीट¨रग करेगा। इस मॉनिटरिंग से अधिक डाटा प्राप्त होगा जिससे उसकी मौजूदा स्थिति जानने के साथ फ्यूचर के लिए विश्लेषण किया जा सकेगा। सिटी में डाउन स्ट्रीम में जाजमऊ के समीप जाना गांव व अप स्ट्रीम में गंगा बैराज में गंगा जल की टेस्टिंग की जाएगी। बीओडी, डीओ, पीएच के अलावा गंगा में फैक्ट्रियों से निकलकर मिलने वाले लेड, कैडमियम व क्रोमियम जैसे पार्टिकल्स की मात्रा का पता भी जल्दी जल्दी लगाया जा सकेगा।

मॉनीट¨रग करने का ब्लूप्रिंट तैयार

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देश पर क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने महीने में दो बार मॉनीट¨रग करने का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है। इससे जल की पोजीशन का पता जल्दी जल्दी लगने से पॉल्यूशन बढ़ने की सूरत में उसका ट्रीटमेंट करना आसान हो जाएगा। वर्तमान में महीने में एक बार ही गंगा के अप व डाउन स्ट्रीम की सैंप¨लग होती है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अगस्त से महीने में दो बार गंगा की सैंप¨लग शुरू कर देगा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी इसके अलावा अन्य प्रोजेक्ट में कन्नौज से कानपुर तक 12 प्वाइंट पर पहले की तरह जल परीक्षण चलता रहेगा। गंगा की निगरानी रखने के साथ उसकी स्टडी रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी। इससे यह पता चल सकेगा कि किस स्थान पर गंगा निर्मल व किस स्थान पर दूषित हो रही है।

'' केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर के अप व डाउन स्ट्रीम में दो बार मॉनीट¨रग के निर्देश दिए हैं। इसकी तैयारी कर ली गई है। आंकड़ों का विश्लेषण करने से आगे गंगाजल की स्थिति व भविष्य की तस्वीर भी पता चलने लगेगी ''

- एसबी फ्रेंकलिन, रीजनल अफसर, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड