कानपुर (ब्यूरो) जीआरपी अधिकारियों के मुताबिक वर्तमान में ट्रेन में ऑनस्पाट ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करने की व्यवस्था नहीं है। अभी पैसेंजर्स के साथ कोई अपराधिक घटना होने पर या तो पैसेंजर्स अपने गंतव्य स्टेशन पर पहुंच कर एफआईआर दर्ज कराया है या फिर ट्रेन में तैनात स्कॉट सिपाही को मैनुअल एप्लीकेशन देकर मुकदमा दर्ज कराता है। पैसेंजर्स की सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए यह प्लानिंग की गई है।

नए साल से शुरू होगी सुविधा
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक यह सुविधा नए वर्ष से शुरू करने की प्लानिंग चल रही है। फस्र्ट फेस में दिल्ली-हावड़ा रूट पर लंबी दूरी का सफर तय करने वाली ट्रेनों में यह सुविधा शुरू की जाएगी। सेकेंड फेस में यह सुविधा 400 किमी का सफर तय करने वाली ट्रेनों में शुरू होगी। ऑनस्पॉट ऑनलाइन एफआईआर दर्ज हो जाने से पीडि़त पैसेंजर्स को आरपीएफ, जीआरपी थाने का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।

आरोपियों को दबोचा जा सकेगा
जीआरपी इंस्पेक्टर के मुताबिक नई सुविधा शुरु होने से ट्रेनों में अपराध करने वाले अपराधियों को घटना के अंजाम देने के बाद समय रहते पकड़ा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि ऑनस्पॉट ऑनलाइन दर्ज होने से घटनास्थल क्षेत्र के संबंधित थाने के इंचार्ज को घटना की पूरी डिटेल मिल जाएगी। इसके आधार पर वह अगर तत्काल एक्शन ले लेंगे तो सर्विलांस के जरिए आरोपियों को जल्द पकड़ा जा सकेगा।

कानपुर से लंबी दूरी की यह ट्रेनें
- कानपुर अनवरगंज-बांद्रा एक्सप्रेस
- कानपुर- एलटीटी एक्सप्रेस
- कानपुर-हैदराबाद एक्सप्रेस
- कानपुर-अमृतसर एक्सप्रेस
- कानपुर-जम्मूतवी एक्सप्रेस

इन ट्रेनों में चलता कानपुर से स्कॉट
श्रमशक्ति एक्सप्रेस, रिवर्स शताब्दी, कानपुर-बांद्रा, कानपुर-अमृतसर, कानपुर-एलटीटी, गोरखपुर-एलटीटी, कामाख्या एक्सप्रेस, प्रयागराज-जयपुर एक्सप्रेस, अवध एक्सप्रेस, गोरखधाम एक्सप्रेस, प्रतापगढ़-भोपाल एक्सप्रेस, जोधपुर-हावड़ा समेत 40 से अधिक ट्रेनों में जीआरपी व आरपीएफ का स्कॉट तैनात रहता है।

पैसेंजर्स को मिलेगी यह सुविधा
- एफआईआर कराने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा
- पीडि़तों को इंसाफ मिलने की संभावना बढ़ जाएगी
- एफआईआर के लिए जर्नी ब्रेक करने की जरूरत नहीं पड़ेगी
- बिना किसी परेशानी के ऑनस्पॉट एफआईआर दर्ज हो जाएगी
- घटना के एक से दो घंटे के अंदर संबंधित थाने को पूरी डिटेल मिल सकेगी
- एफआईआर के लिए कई चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- संबंधित थानेदार घटना को नकार नहीं सकेगा।

'' पैसेंजर्स की सुरक्षा व संरक्षा ही हमारी पहली प्राथमिकता है। ऑन स्पॉट ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराने की सुविधा शुरू करने की प्लानिंग चल रही है। इसका लाभ जल्द ही रेल पैसेंजर्स ले सकेंगे.ÓÓ
बीपी सिंह, इंस्पेक्टर, आरपीएफ


ट्रेनों में होने वाले अपराध का ग्राफ रेलवे की खबर का जोड़
- मोबाइल चोरी की घटना 40 परसेंट होती है
- लैपटॉप चोरी की घटना 5 परसेंट
- लगेज चोरी होने की घटना 20 परसेंट
- लेडीज पर्स लूट की घटना 15 परसेंट
- जहरखुरानी की घटना 10 परसेंट
- छेड़खानी की घटना 5 परसेंट
- बर्थ लेकर मारपीट की घटना 5 परसेंट