कानपुर(ब्यूरो)। कमिश्नरेट पुलिस ने इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर के कैमरों से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की फ्लीट की ऑनलाइन निगरानी की। कमिश्नरेट पुलिस की ओर से किया गया यह प्रयोग पूरी तरह से सफल रहा। अब आगे भी सिटी में वीआईपी मूवमेंट होने पर इसका यूज पुलिस करेगी।

हाईटेक तरीका अपनाया गया
संडे को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सिटी में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने चाक चौबंद इंतजाम किये थे। वहीं फ्लीट रूट की निगरानी के लिए ट्रैफिक पुलिस ने हाईटेक तरीका अपनाया। रूट व्यवस्था पर पुलिस की ड्यूटियां विभिन्न प्वाइंट्स पर लगी थीं। वहीं मोतीझील स्थित आईसीसीसी के कंट्रोल रूम में ट्रैफिक इंस्पेक्टर 148 सर्विलांस कैमरों की मदद से फ्लीट की ऑनलाइन मॉनीटङ्क्षरग कर रहे थे।
कंट्रोल रूम से किया अलर्ट
एक प्वाइंट से फ्लीट के गुजरने पर अगले प्वाइंट को कंट्रोल रूम से अलर्ट किया जा रहा था। वहीं जाम और ट्रैफिक के दबाव पर भी नजर रखी जा रही थी, जबकि इससे पहले यह काम फ्लीट में सबसे आगे चलने वाली पायलट कार से वायरलेस सेट का प्रयोग करके किया जाता था और फ्लीट गुजरने से पहले रूट खाली कराया जाता था। पुरानी व्यवस्था में समय भी अधिक लगता था।

एलीवेटेड हाईवे पर भी हो चुकी
कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद पहले पुलिस आयुक्त रहे असीम अरुण ने वीआईपी मूवमेंट के दौरान एलीवेटेड हाईवे पर लगे सीसी कैमरों की मदद से फ्लीट की ऑनलाइन मानीटङ्क्षरग कराई थी। इसके लिए कानपुर और कानपुर देहात सीमा पर स्थित एनएचएआई के बाराटोल प्लाजा स्थित कंट्रोल रूम का इस्तेमाल किया गया था। यह प्रयोग भी सफल रहा था। इसके बाद ही तत्कालीन पुलिस आयुक्त ने यहां पुलिस का वायरलेस सिस्टम की स्थापना कराई थी।

सिटी में आधुनिकतम उपकरणों से लैस एक कंट्रोल रूम आइसीसीसी स्थापित है। इसकी मदद से सिटी के अंदर वीआईपी मूवमेंट के दौरान फ्लीट की ऑनलाइन मानीटङ्क्षरग का प्रयोग सफल रहा है। आगे भी इसका यूज किया जाएगा।
रवीना त्यागी, डीसीपी ट्रैफिक