कानपुर(ब्यूरो)। दिल्ली-हावड़ा रूट में गुड्स ट्रेन के एक्सीडेंट की वजह से ट्रेनों के कैंसिलेशन, डायवर्जन व शार्ट टर्मिनेट की वजह से रोडवेज बसों में पैसेंजर्स का लोड बढ़ गया। संडे दोपहर के बाद झकरकटी बस अड्डे में प्रयागराज की बसों में काफी मारा मारी रही। रोडवेज अधिकारियों के दावे धरे के धरे रह गए। हालात यह थे कि प्रयागराज रूट की बसों में एक-एक सीट के लिए पैसेंजर्स को घंटों जद्दोजहद करनी पड़ी। इसके बावजूद दर्जनों लोगों को बसों में सीट उपलब्ध नहीं हूई। जिसके बाद वह ट्रैवल्स की छोटी गाडिय़ों को बुक कर अपने गंतव्य को रवाना हुए।

हरदोई, रायबरेली रूटों में समस्या
झकरकटी बस अड्डे से हरदोई, रायबरेली, कासगंज, प्रयागराज समेत विभिन्न रूटों की बसों में संडे को काफी मारा मारी रही। इन रूटों की बसों के बस अड्डे में आते ही पैसेंजर उसमें सीट पाने के लिए भागने लगते थे। बस के रुकते ही उसमें सीट पाने के लिए कुछ पैसेंजर्स को बस की खिड़कियों से घुसने का प्रयास करते दिखाई दिए। रोडवेज के दावे के अनुसार फेस्टिवल को देखते हुए 118 अतिरिक्त बसों को सडक़ों पर उतारा गया था। वहीं 2 सौ से अधिक बसों के अतिरिक्त फेरे भी बढ़ाए गए थे। इसके बावजूद संडे को रोडवेज की व्यवस्था धरी की धरी रह गई।