- बुधवार को भी स्वाइन फ्लू के संदिग्ध 11 पेशेंट्स के सैंपल भेजे गए लेकिन एक की भी रिपोर्ट नहीं आई

- सैटरडे को भेजे गए 11 सैंपल में 8 की रिपोर्ट निगेटिव, लेकिन बाकी के बारे में स्वास्थ्य विभाग को पता नहीं

- उर्सला में भी भर्ती हुए दो संदिग्ध पेशेंट्स, आईडीएच में वेंटीलेटर की प्रॉब्लम को लेकर प्रिंसिपल ने की बैठक

KANPUR@Inext.co.in

KANPUR:

शहर में स्वाइन फ्लू का दायरा बढ़ता जा रहा है और स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रशासनिक महकमा है कि इसे कम करने के बजाय बढ़ाने का काम कर रहा है। ये बात और है कि सरकारी आंकड़ेबाजी में स्वाइन फ्लू के मामलों को बहुत कम दिखाने में सफल हो रहे हैं। लेकिन ये आंकड़ेबाजी और जांच प्रक्रिया के स्लो प्रॉसेस से एक नहीं कईयों की जान पर बन आ रही है। आलम ये है कि पिछले शनिवार को भेजे गए क्क् सैंपल में से 8 की रिपोर्ट मंगलवार देर रात स्वास्थ्य विभाग को मिली। वहीं सोमवार और मंगलवार को भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट बुधवार को भी नहीं आई, लेकिन इस बीच शनिवार से अब तक म् से ज्यादा संदिग्ध पेशेंट्स की मौत जरूर हो चुकी है।

क्क् सैंपल और भेजे

बुधवार को भी स्वास्थ्य विभाग ने क्क् संदिग्ध पेशेंट्स के सैंपल आरटी पीसीआर जांच के लिए लखनऊ भेजे। इसमें से ब् सैंपल आईडीएच से भेजे गए हैं। बाकी दो मंगलवार रात को उर्सला में भर्ती हुए पेशेंट्स के हैं। इसके अलावा भ् सैंपल प्राइवेट नर्सिग होम्स में भर्ती पेशेंट्स के भी जांच के लिए भेजे गए है। वहीं उर्सला के स्वाइन फ्लू वार्ड में भर्ती दो पेशेंट्स की हालत स्थिर बताई जा रही है।

आईडीएच में वेंटीलेटर का मामला गर्म

आईडीएच में पेशेंट्स की मौत के मामले में वेंटीलेटर खराब होने और उसका प्रयोग ही नहीं होने की शिकायतों के बाद बुधवार को प्रिंसिपल डॉ। नवनीत कुमार ने आईडीएच के सीएमएस डॉ। अनूप शुक्ला, एनेसथिसिया डिपार्टमेंट के डॉ। अनिल और मेडिसिन डिपार्टमेंट के डॉक्टर्स के साथ बैठक की। इस दौरान प्रिंसिपल ने गंभीर पेशेंट्स की मॉनिटरिंग को प्राथमिकता में रख कर उसे वेंटीलेटर पर रखने के निर्देश दिए।