-मेट्रो वर्क के लिए परेड चौराहा पर लागू किया गया परमानेंट डायवर्जन, अतिक्रमण और पार्किंग स्पेस न होने से बढ़ी समस्या

-नई सड़क, साइकिल मार्केट पहले से खस्ताहाल, ट्रैफिक का लोड बढ़ने पर मंडे बनेगा ट्रैफिक विभाग के लिए चुनौती

KANPUR। मेट्रो कंस्ट्रक्शन की अंडरग्राउंड खुदाई के लिए नवीन मार्केट में सैटरडे से परमानेंट डायवर्जन लागू कर दिया गया। लेकिन, इसके बाद आसपास की सड़कों की खस्ताहाल हालत और एनक्रोचमेंट के कारण नई चुनौती खड़ी हो गई। लालइमली से यतीमखाना की तरफ जाने वाली सड़क व परेड चौराहा से घंटाघर जाने वाली सड़क पूरी तरह से खुदी पड़ी है। यहां गाड़ी से तो दूर पैदल चलना मुश्किल है। इसके अलावा डायवर्जन कर बनाई गई ऑप्शनल रोड के फुटपाथ पर अतिक्रमण व चौराहों पर ई-रिक्शा चालकों की मनमानी भी मुसीबत बन रही है। सैटरडे को लॉकडाउन के कारण हालात ज्यादा तो नहीं बिगड़े लेकिन मंडे को ट्रैफिक लोड बढ़ने पर स्थिति बेकाबू हो सकती है।

फुटपाथ पर खड़े वाहन

नवीन मार्केट में डायवर्जन लागू होने के बाद बड़ा चौराहा से लालइमली की तरफ आने वाले ट्रैफिक को कोतवाली के आगे उर्सला के पीछे वाली सड़क ऑप्शन में दी गई है। जहां किताब मार्केट में फुटपाथ पर भयंकर अतिक्रमण है। वहीं उर्सला के पीछे सड़क के किनारे दर्जनों फोर व्हीलर खड़े हुए हैं। जो मंडे को अधिक ट्रैफिक में जाम का कारण बनेंगे।

लैंडमार्क के पीछे वन-वे

सैटरडे को नवीन मार्केट में किए गए ट्रैफिक डायवर्जन के बाद परेड चौराहा से बड़ा चौराहा की तरफ आने वाला ट्रैफिक को लैंडमार्क के पीछे वाली सिंगल रोड व कचहरी रोड व ग्रीन पार्क वाली रोड दी गई है। लैंडमार्क के पीछे वाली सड़क सिंगल रोड है। इस लिए इसको वन-वे कर दिया गया है। इस सड़क से लोग बड़ा चौराहा की तरफ जा सकते हैं। बड़ा चौराहा से परेड की तरफ आ नहीं सकते हैं।

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पार्किंग की सबसे बड़ी समस्या

नवीन मार्केट के दुकानदार व यहां आने वाले ग्राहकों के सामने डायवर्जन के बाद सबसे बड़ी समस्या व्हीकल पार्किंग की है। स्थानीय दुकानदारों की मानें तो परेड चौराहे पर बनी क्रिस्टल पार्किंग पूरी भरी रहती है। ऐसे में ग्राहक अपनी गाडि़यां कहां खड़ी करेंगे। मजबूरी में लोग परेड से ग्रीन पार्क वाली रोड के किनारे व्हीकल खड़े करेंगे। जिससे जाम की समस्या भी होगी। ट्रैफिक डिपार्टमेंट को पार्किंग के लिए आसपास कोई बड़ा स्थान पार्किंग के लिए देना चाहिए।