कानपुर(ब्यूरो)। राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर व रंजना शुक्ला ने संडे सुबह आंचल प्रकरण के आरोपी पति सूर्यांश और उसकी मां निशा खरबंदा से लगभग डेढ़ घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान सूर्यांश खरबंदा की ओर से कुछ वीडियो और ऑडियो महिला आयोग की सदस्य के सामने पेश किए गए। जिससे आरोपी पक्ष ये साबित करने की कोशिश कर रहा था कि आंचल झगड़ालू प्रवृत्ति की थी। उनके मुताबिक वह मानसिक रूप से परेशानी से उसने सुसाइड कर लिया।

बचाव में इस तरह के तथ्य
सूर्यांश के मुताबिक आंचल अपने जेवर आग के हवाले करने जा रही थी जिसकी वजह से वह जेवर उठा लाया था। हालांकि महिला आयोग की सदस्य व एसीपी नजीराबाद का कहना है कि आरोपी अपने बचाव में इस तरह के तथ्य प्रस्तुत कर रहा है। यह वीडियो क्यों बनाए गए। मृतका की मनोदशा का फायदा उठाते हुए योजनाबद्ध तरीके से भी इस तरह के वीडियो तैयार किया जा सकते हैं। हालांकि उक्त वीडियो व ऑडियो जांच में शामिल कर लिए गए हैं।

पुलिस चाहती तो बच जाती जान
महिला आयोग की सदस्यों के सामने आंचल के पिता पवन ग्रोवर व भाई अक्षय ग्रोवर ने नजीराबाद पुलिस की कार्यप्रणाली की शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कुछ समय से पति-पत्नी के बीच संबंध बेहद खराब चल रहे थे। आंचल को ससुराल में बंधक बनाकर रखा गया था। करवा चौथ के दिन सूर्यांश किसी दूसरी लड़की के साथ था। दीपावली के समय भी उन्हें बेटी से मिलने नहीं दिया गया। इसके बाद भाई दूज को भी आंचल नहीं आई। 12 नवंबर के बाद तो स्थितियां और भी खराब हो गई थीं। पुलिस को भी सूचना दी गई थी, लेकिन पुलिस सूर्यांश के ही पक्ष में बोलती रही।

भाई के पास कई वीडियो
आंचल के पिता पवन ग्रोवर ने आयोग के सदस्यों को बताया कि वह घटनाक्रम की शिकायत राष्ट्रीय महिला आयोग में करने जा रहे हैं, ताकि जांच में कोई खेल नहीं होने पाए। मेरी बेटी मेरे लिए सब कुछ थी। अब बेटी के हत्यारों को सजा दिलाना ही मकसद रहेगा। पवन ने बताया कि बेटे अक्षय के पास कई ऐसे वीडियो और ऑडियो हैं जिसमें आंचल ने ससुराल वालों की करतूत बताई है। उसमें उसने कहा है कि इन सबसे उसे खतरा है। यह लोग मिलकर आंचल और उसके बेटे को नुकसान पहुंचा सकते हैं।