कानपुर (ब्यूरो) अब राष्ट्र और समाज की सेवा एक नए रूप में करना चाहते हूं। पुलिस बलों के संगठन के अनुभव और सिस्टम विकसित करने के कौशल से पार्टी को अपनी सेवाएं दूं और पार्टी में विविध अनुभव के व्यक्तियों को शामिल करने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल को सार्थक बनाऊं।

  • सबसे कमजोर और गरीब व्यक्ति के हितार्थ हमेशा कार्य करूं। आईपीएस की नौकरी और सम्मान सब बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा अवसर की समानता के लिए रचित व्यवस्था के कारण ही संभव है। मैं उनका अनुसरण करते हुए अनुसूचित जाति, जनजाति व सभी वर्ग के भाईयों और बहनों के लिए सम्मान सुरक्षा और उत्थान के लिए कार्य करूंगा.
  • - उन्होंने कहा कि यह सम्मान मुझे मेरे पिता और माताजी के पुण्य कर्मों के कारण मिल रहा है। उनकी पुण्य आत्माओं को नमन.
  • -यह कष्ट भी रहेगा कि मुझे अब अपनी अलमारी में सबसे सुंदर वस्त्र अपनी वर्दी को अब नहीं पहन सकूंगा। उन्होंने अंत में लिखा है कि अपने साथियों से विदा लेते हुए मैं वचन देता हूं कि वर्दी के सम्मान के लिए हमेशा सबसे आगे मैं खड़ा मिलूंगा। आप सभी को मेरी ओर से एक जोरदार सैल्यूट.