कानपुर (ब्यूरो)। फीलखाना थानाक्षेत्र से गुम हुए दो साल के बच्चे कार्तिक की तलाश में लगी पुलिस की सात टीमों को अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। हालांकि डीसीपी ईस्ट एसके सिंह का दावा है कि ट्यूजडे को 35 कैमरे चेक किए गए। जिसमें एक कार शोरूम, एक होटल के बाहर लगे कैमरे में फुटेज मिले हैैं। जिन्हें परिजनों को दिखाया गया है, परिजनों ने कार्तिक की पहचान भी की है।

परिजनों ने पुलिस को बताया कि कार्तिक को पेट की बीमारी थी, जिसकी वजह से उसका पेट निकला हुआ है। डीसीपी ईस्ट ने बताया कि अब बाइक सवार किडनैपर्स का या तो रेलवे स्टेशन की तरफ मूवमेंट हुआ है या कैंट की तरफ। उन्होंने बताया कि कैंट की तरफ जाने की उम्मीद ज्यादा हैं, लिहाजा दोनों तरफ के फुटेज वेडनसडे को चेक कराए जाएंगे। ये भी बताया कि क्राइम ब्रांच की एक टीम शुक्लागंज तो दूसरी टीम कानपुर देहात में कार्तिक की सुरागरसी कर रही हैैं।
पुराने मामलों का किया जा रहा रिव्यू
कमिश्नरेट बनने के बाद जो भी मामले ह्यूमन ट्रैफिकिंग के सामने आए हैैं। इसके अलावा किडनैपिंग समेत पांच साल तक के गुम हुए बच्चों के मामलों का रिव्यू भी किया जा रहा है। हालांकि अभी तक पुलिस का मानना है कि बच्चे का किडनैप तो किया गया है, लेकिन वजह क्या है? ये सामने नहीं आ पा रहा है। दरअसल कार्तिक का परिवार बेहद गरीब है, वह फिरौैती भी नहीं दे सकता है।

अगर कहीं शक जा रहा है तो बेगर गैैंग पर ही पुलिस का शक जा रहा है। वेडनसडे से पुलिस की टीम शहर के मुख्य चौैराहों पर मौजूद बेगर गैैंग के बीच कार्तिक की सुरागरसी करेगी। वहीं परिवार में कार्तिक के बिना सन्नाटा छाया हुआ है।