कानपुर (ब्यूरो) विधायक इरफान सोलंकी की मदद के मामले गिरफ्तार अशरफ से लंबी पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। मामले की विवेचना कर रहे गोविंद नगर इंस्पेक्टर धनंजय पाण्डेय और पुलिस की दूसरी टीमों ने अशरफ से फर्जी आधार कार्ड के संबंध में जानकारी की। पुलिस सूत्रों की माने तो अशरफ ने इतना ही बताया कि फर्जी आधार के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है। कई राउंड अलग-अलग हुई पूछताछ में पुलिस के हाथ अभी तक अशरफ अली का वो आधार कार्ड नहीं मिला, जिस पर ग्वालटोली थाने में दर्ज पूरे केस का दारोमदार टिका है।

ऐविएशन कपंनी को नहीं कर सकते मजबूर
कानून के जानकारों का कहना है कि अगर फर्जी आधार कार्ड नहीं मिला तो पुलिस अपने जाल में खुद ही फंस सकती है और 420 (धोखाधड़ी)120-बी (कूटरचना करना) का केस स्टैैंड नहीं करेगा। ऐसे हालात में इरफान को राहत मिल सकती है। हालांकि पुलिस दावा कर रही है कि उसके पास पर्याप्त इविडेंस हैैं, लेकिन सीसीटीïवी फुटेज क्लियर नहीं है, इन हालात में इरफान को इसका सीधा फायदा मिल सकता है। उधर कानून के जानकारों का मानना है कि किसी भी प्राइवेट एविएशन कंपनी के कर्मचारियों को बयान देने के लिए पुलिस मजबूर नहीं कर सकती। सीआईएसएफ वाले अगर अपना केस दर्ज कराएंगे तो बयान देंगे। अभी तक सीआईएसएफ को पूरे मामले से बाहर रखा गया है। कुल मिलाकर अगर पुलिस इविडेेंस कलेक्ट कर केस को मजबूत नहीं करती है तो कोर्ट में उसकी फजीहत हो सकती है।

क्रिकेटर पर जांच का घेरा
विधायक इरफान सोलंकी की मदद करने में क्रिकेटर अलमास शौकत का पूरा परिवार फंस गया है। अलमास यूपी क्रिकेट टीम के बल्लेबाज हैं। विधायक की मदद करने में उनकी बहन सपा नेत्री नूरी शौकत और भाई शेखू को जेल भेजा जा चुका है। पुलिस पिता की भी क्रिमिनल हिस्ट्री तलाश रही है। इसके साथ ही क्रिकेटर की भी भूमिका की जांच की जा रही है। साथ ही ये भी पता लगाया जा रहा है कि इरफान को दिल्ली और मुंबई में ठहरने का इंतजाम क्रिकेटर तो नहीं करवा रहा था। ग्वालटोली निवासी सपा नेत्री व महिला सभा की पूर्व जिलाध्यक्ष नूरी शौकत अलमास की बहन हैं। नूरी पर कई गंभीर आरोप हैं।

हवा हो सकता पुलिस का दावा
पुलिस के मुताबिक इरफान ने फरार होने बाद नूरी शौकत के घर में शरण ली। इसके बाद नूरी और उनके भाई अशरफ अली उर्फ शेखू ने इरफान का अशरफ अली नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवाया। इसी फर्जी आधार कार्ड की मदद से ही इरफान दिल्ली से मुंबई अशरफ अली बनकर हवाई यात्रा की। पुलिस का दावा है कि उसके पास सीसीटीवी फुटेज से लेकर इसके कई पुख्ता साक्ष्य हैं।

क्रिकेटर के पिता शौकत पर शिकंजा
पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि नूरी व क्रिकेटर अलमास के पिता शौकत अली ने ग्वालटोली समेत आसपास के इलाके में 30 से अधिक बिल्डिंग बनाई हैं। बताया जा रहा है कि विवादित जमीनों पर अपार्टमेंट बनाकर सबसे अधिक पैसा शौकत ने कमाया है। पुलिस एक-एक बिल्डिंग का कच्चा चिट्ठा जुटाकर सभी की जांच केडीए से कराएगी। इसके साथ ही कार्रवाई के लिए पूरी रिपोर्ट सीधे मुख्यमंत्री को भी भेजने की तैयारी में है। इसके बाद शौकत अली पर भी शिकंजा कसा जाएगा।

दूसरी एफआईआर में क्रिकेटर का परिवार
ग्वालटोली निवासी नूरी शौकत, उनके भाई अशरफ अली उर्फ शेखू, इनके मौसा इसरत, नूरी के ड्राइवर अम्मार ईलाही उर्फ अली, इरफान का साला अनवर मंसूरी और अख्तर मंसूरी समेत अन्य सभी ने मिलकर इरफान का अशरफ अली नाम से आधार कार्ड बनवाया। इसके बाद नूरी शौकत के मोबाइल से इरफान का अशरफ अली नाम से फ्लाइट का टिकट दिल्ली से मुंबई के लिए बुक किया गया। इरफान सोलंकी समेत इन सभी आठ लोगों के खिलाफ पुलिस ने ग्वालटोली थाने में धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।

आधार बनवाने मेें अहम भूमिका
जांच के दायरे में क्रिकेटर का पूरा परिवार है। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि महिला का घर फूंकने और फर्जी आधार कार्ड के जरिए नाम बदलकर हवाई यात्रा करने में विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ एफआईआर दर्ज है। पुलिस दोनों एफआईआर की जांच कर रही है। आरोप है कि क्रिकेटर अलमास के परिवार की इरफान को फरार होने के बाद फर्जी आधार कार्ड बनवाने में अहम भूमिका है।