कानपुर (ब्यूरो)। कमिश्नरेट पुलिस का प्लान गैंगस्टर की चाल के आगे एक बार फिर धरा रह गया। पांच थानों की पुलिस और सर्विलांस टीम को गच्चा देकर शातिर अपराधी गैंगस्टर शाहिद पिच्चा ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कई थानों की पुलिस और क्राइमब्रांच हाथ मलती रह गई। पिच्चा गैंगस्टर केस में फरारी काट रहा था, लेकिन वह कर्नलगंज थाने में दर्ज गाली-गलौज और धमकाने के मामले में सरेंडर करके जेल गया है। अब पुलिस गैंगस्टर समेत अन्य मामलों का भी तामीला कराएगी। जिससे जमानत न मिल सके।

40 से ज्यादा मुकदमे दर्ज
चमनगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर शाहिद पिच्चा पर विभिन्न संगीन अपराधों के 40 मुकदमे दर्ज हैं। पिच्चा के गैंगस्टर केस की जांच कर रहे रेलबाजार एसओ विजय दर्शन ने उसे दबोचने के लिए चमनगंज में घेराबंदी की तो वह भाग निकला था। इस मामले में चमनगंज इंस्पेक्टर के खिलाफ एडिशनल पुलिस कमिश्नर ने जांच भी बैठाई थी। इसके बाद शाहिद पिच्चा की तलाश में क्राइमब्रांच और डीसीपी ईस्ट व सेंट्रल की टीम छापेमारी कर रही थी, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा था।

हाफ एनकाउंटर के खौफ में
शातिर दिमाग शाहिद पिच्चा को पुलिस पकड़ पाती इससे पहले उसने कर्नलगंज के एक गाली-गलौज और धमकाने के मामले में वारंट कटवा कर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस को इसकी भनक भी नहीं लगी। पुलिस महकमे में चर्चा है कि पुलिस पिच्चा का हाफ एनकाउंटर करने की फिराक में थी। पुलिस के भेदियों ने ही इसकी जानकारी पिच्चा और उसके मददगारों को दी थी। इसके बाद से पिच्चा अलर्ट हो गया और उसने कोर्ट में दूसरे मुकदमे में सरेंडर कर दिया।