- राष्ट्रीय बालिका दिवस के एक दिन बाद महिला थाने में हाईस्कूल में टापर रही उमा सिंह ने की सुनवाई

- कलक्ट्रेट से फोन आने के बाद हुआ था इंटरव्यू, थाने की वर्किग देखी

kanpur : राष्ट्रीय बालिका दिवस के एक दिन बाद महिला थाने की वर्किग देखने के लिए हाई स्कूल टॉपर को चुना गया। वर्किग देख रही स्टूडेंट ने कहा कि बिना किसी कारण पुलिस से घबराना उचित नहीं है। पुलिस हमारी मदद के लिए होती है और जब आप समस्या में होते हैं तो वह हर सम्भव मदद करती भी है। एक दिन की महिला थाना प्रभारी 11 वीं की छात्रा उमा सिंह ने थाने का निरीक्षण कर फाइलों को भी देखा और केस की सुनवाई भी की।

कलक्ट्र्ेट से गया था फोन

बर्रा 8 निवासी किसान राम किशन सिंह की बेटी उमा सिंह ने पिछले साल हाई स्कूल परीक्षा में टॉप किया था। वह सरदार पटेल इंटर कॉलेज जरौली फेज 2 में 11वीं की छात्रा है। उमा बताती है कि 25 जनवरी की सुबह उन्हें कलेक्ट्रेट से फोन गया था कि उन्हें एक दिन का महिला थाना प्रभारी बनना है। उन्हें इस बात पर पहले भरोसा नहीं हुआ फिर वह अपनी बड़ी बहन शिवानी के साथ डीएम कार्यालय पहुंची। वहां पर उनका एक छोटा सा इंटरव्यू लिया गया। फिर वहां से सरकारी गाड़ी से महिला थाने लाया गया।

थाने का इंस्पेक्श्ान भी किया

उमा ने थाने में पहुंच कर पहले थाने का इंस्पेक्शन किया। उन्होंने कम्प्यूटर रूम देखा तो वहां पर तैनात महिला सिपाही नहीं मिली। उमा ने उसे चेतावनी जारी की मगर बाद में उन्हें बताया गया कि वह ड्यूटी पर थीं। जिस पर उन्होंने चेतावनी वापस ले ली। विजिटर रजिस्टर के अलावा उन्होंने फाइलों के रखरखाव के बारे में जानकारी ली। उसके बाद थानेदार की कुर्सी संभाली।

पति पत्‍‌नी को परिवार परामर्श केन्द्र भेजा

कुर्सी संभालने के साथ ही उमा के सामने काकादेव की युवती और बर्रा निवासी उसके पति के बीच घरेलू कलह मामला आया। पत्‍‌नी ने पति पर मारपीट का आरोप लगाते हुए वापस ससुराल न जाने की बात कही। उमा ने दोनों की बात सुनी और उन्हें समझाने का पूरा प्रयास किया। न मानने पर उसने परिवार परामर्श केन्द्र में मामला रेफर कर दिया।