- कोरोना से ठीक होने के बाद होने वाली कॉम्प्लीकेशन का मिलेगा इलाज, ब्लैक फंगस के लिए हैलट में होंगे भर्ती

-शासन की ओर से भी पोस्ट कोविड पेशेंट्स के ट्रीटमेंट के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के दिए गए हैं निर्देश

KANPUR: कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप कम हो गया है, लेकिन उसके बाद भी उससे जुड़ी परेशानियां पीछा नहीं छोड़ रही हैं। ब्लैक फंगस से लेकर बच्चों में एमआईएस-सी की प्रॉब्लम सामने आ रही है। हैलट का ब्लैक फंगस वार्ड मरीजों से भरा है। वहीं सेमी ओपीडी में भी लगातार पोस्ट कोविड प्रॉब्लम्स वाले पेशेंट्स आ रहे हैं। ऐसे में अब जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की ओर से पोस्ट कोविड हॉस्पिटल तैयार करने का फैसला लिया गया है। जिसमें कोरोना के बाद की परेशानियों का इलाज मिलेगा।

आईडीएच में ट्रीटमेंट की तैयारी

कोरोना संक्रमण की पहली लहर के बाद भी मेडिकल कॉलेज की ओर से आईडीएच में पोस्ट कोविड हॉस्पिटल तैयार किया गया था। वहीं इस बार पोस्ट कोविड कॉम्प्लीकेशन ज्यादा है। एलएलआर अस्पताल में बना ब्लैक फंगस वार्ड फुल चल रहा है। वहीं अब कोरोना के बाद की अन्य समस्याओं के इलाज के लिए दोबारा आईडीएच हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट शुरू करने की तैयारी है। यहां अभी तीन वार्ड हैं। जिसमें 50 बेड की कैपेसिटी है। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ.आरबी कमल ने जानकारी दी कि पोस्ट कोविड पेशेंट्स का काफी लोड है। शासन की ओर से भी पोस्ट कोविड पेशेंट्स के ट्रीटमेंट के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश हैं। ऐसे में एक डेडीकेटेड हॉस्पिटल तैयार किया जाएगा।

उर्सला में भी पोस्ट कोविड ओपीडी

हैलट के अलावा पोस्ट कोविड पेशेंट्स के लिए उर्सला अस्पताल में भी एक अलग पीसी ओपीडी शुरू कर दी गई है। ओपीडी ब्लॉक के फ‌र्स्ट फ्लोर पर डॉक्टर बैठ रहे हैं। उर्सला के सीएमएस डॉ। अनिल निगम के मुताबिक कोविड हेल्प डेस्क के साथ ही पोस्ट कोविड ट्रीटमेंट की सुविधा दे रहे हैं।

यहां आ रहे पोस्ट कोविपेशेंट्स

हार्ट प्रॉब्लम वाले - एलपीएस इंस्टीटयूट ऑफ काडिर्1योलॉजी

सांस से संबंधित दिक्कत अौर निमोनिया - मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल

ब्लैक फंगस - एलएलआर हॉस्पिटल

'' इस बार पोस्ट कोविड कॉम्प्लीकेशन वाले पेशेंट ज्यादा आ रहे हैं। ऐसे में उनके लिए बेहतर सुविधाएं देने के लिए शासन ने निर्देश दिए हैं। ब्लैक फंगस का इलाज हैलट में ही चलता रहेगा.''

- डॉ। आरबी कमल, प्रिंसिपल, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज