कानपुर (ब्यूरो) उन्होंने कहा कि सपा मुखिया के बारे में जब मैंने सोशल मीडिया पर टिप्पणी की तो मुझ पर व्यक्तिगत टिप्पणियां की जाने लगीं, जबकि मैंने सही बात कही थी। इससे पता चलता है कि सपा के लोग राजनीति में शालीनता, राजनीतिक सिद्धांत, अनुशासन और विनम्रता को नहीं मानते हैं। सभी को पता है कि समाजवादी पार्टी ने 2012 से 2017 के दौरान उत्तर प्रदेश में गुंडाराज कायम किया और तुष्टीकरण की राजनीति खुलकर की। इसी वजह से उन्हें जनता ने लगातार चार चुनावों में नकारा है।