कानपुर(ब्यूरो)। कानपुर सेंट्रल स्टेशन के कैंट साइड व सिटी साइड इंक्वायरी विंडो में ट्रेनों की जानकारी लेने के लिए इंक्वॉयरी विंडो में लाइन नहीं लगानी पड़ेगी न धक्कामुक्की का सामना करना पड़ेगा। ट्रेनों के स्टेटस से लेकर अन्य जरूरी जानकारी के लिए अब आपको अपने स्मार्ट मोबाइल से सिर्फ एक क्यूआर कोड स्कैन करना होगा। यह कोड इंक्वायरी विंडा के बाहर और अन्य मेन प्वाइंट्स पर लगा होगा। कोड स्कैन करते ही ट्रेन की लाइव लोकेशन, उसका प्लेटफार्म नंबर, टाइमिंग सहित 7 तरह की इंफॉर्मेशन आपके सामने होगी। इसके लिए रेलवे ने एक सॉफ्टवेयर डेवलप किया है। अगले महीने से यह सुविधा पैसेंजर्स को मिलने लगेगी।

विंडो पर होती है मारामारी
कानपुर सेंट्रल स्टेशन के कैंट साइड स्थित पैसेंजर हॉल में बने इंक्वायरी विंडो में ट्रेनों की जानकारी लेने के लिए पैसेंजर्स के बीच होने वाली मारामारी आम बात है। यह नजारा डेली देखने को मिल जाएगा। काफी जद्दोजहद कने के बाद पैसेंजर्स को अपनी ट्रेन की सही जानकारी मिल पाती है। इस प्रॉब्लम को देखते हुए ही रेलवे ने क्यूआर कोड सिस्टम लागू करने का डिसीजन लिया है।

ए-1 क्लास स्टेशनों पर
एनसीआर सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत यह सुविधा प्रयागराज स्टेशन पर बीते दिनों शुरू की गई थी। पैसेंजर्स का बेहतर फीडबैक मिलने पर इस सुविधा को जल्द ही कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर रीजन के ए-1 क्लास व बी-क्लास के स्टेशनों पर शुरू करने जा रहे हैं। जिससे इंक्वायरी आफिस में पैसेंजर्स अपनी ट्रेन की सही जानकारी मिल सके।
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क्या होगा क्यूआर कोड से
- क्यूआर कोड को स्कैन करते ही पैसेंजर्स के मोबाइल पर चार घंटे के अंदर स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों की लिस्ट सामने आ जाएगी
- जिसके बाद वह निर्धारित ट्रेन की लाइव लोकेशन लेने के साथ ट्रेन किस प्लेटफार्म पर आएगी। ट्रेन कितने घंटे लेट चल रही है।
- पैसेंजर्स का निर्धारित कोच ट्रेन में कितने कोचों के बाद वह आगे व पीछे लगा है। इसकी जानकारी मोबाइल पर ही मिल जाएगी।
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यह जानकारी मिल सकेगी
- ट्रेन की लेटलतीफी
- ट्रेन की लाइव लोकेशन
- कैंसिल व डायवर्ट ट्रेनों की जानकारी
- ट्रेन में कोच स्टेटस की जानकारी
- ट्रेन के प्लेटफार्म की जानकारी
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- 287 से अधिक पैसेंजर्स ट्रेनों का आवागमन डेली
- 2 लाख से अधिक पैसेंजर्स का डेली आवागमन
- 5 लाख में रेलवे अधिकारी ने डेवलप किया साफ्टवेयर
- 1 बार क्यूआर कोड स्कैन करने पर 7 से अधिक जानकारी

&& इंक्वायरी विंडो में ट्रेनों की जानकारी के लिए पैसेंजर्स को काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। पैसेंजर्स की इस समस्या को देखते हुए जल्द क्यूआर कोड सिस्टम लागू किया जा रहा है.&य&य
हिमांशु शेखर उपाध्याय, सीपीआरओ, एनसीआर