कानपुर(ब्यूरो)। सीएसए यूनिवर्सिटी में रैगिंग का मामला सामने आया है। संडे देर रात को बीएससी थर्ड ईयर के स्टूडेंट हॉस्टल की बाउंड्री फांदकर फस्र्ट इयर के स्टूडेंट्स के कमरों में पहुंचे और रैगिंग शुरू कर दी। जब जूनियर स्टूडेंट्स ने विरोध किया तो सीनियर्स ने उन्हें हाकी व डंडों से पीटा। इसके बाद फरार हो गए। पीडि़त छात्रों ने मंडे सुबह एंटी रैगिंग वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कराई। साथ ही फस्र्ट ईयर के स्टूडेंट््स की तहरीर पर 13 अज्ञात सीनियर्स के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई है।

हॉस्टल में किया उपद्रव

नवाबगंज थाना प्रभारी आशीष द्विवेदी से मिली जानकारी के मुताबिक पीडि़त छात्र से मिली तहरीर में आरोप है कि रात को 12 से 13 अज्ञात लोग हॉस्टल में उसके कमरे का दरवाजा खुलवाने लगे। जब दरवाजा नहीं खोला तो उन्होंने खिड़कियों पर पथराव कर शीशे तोड़ दिए। इस दौरान उसे भी चोट लगी। सूत्रों के मुताबिक ऐसा करने वाले छात्र थर्ड ईयर के थे। बताया गया कि सीनियर स्टूडेंट रावतपुर जाने वाली सडक़ की तरफ से बाउंड्री फांद कर हॉस्टल में घुसे थे।

वीसी ने दिए जांच के आदेश

सीएसए में रैगिंग की शिकायत सुबह 8.25 बजे एंटी रैगिंग पोर्टल पर दर्ज कराई गई। मामले में सीएसए के वीसी डॉ.डीआर सिंह ने भी घटना की जांच के आदेश दिए हैं। एंटी रैगिंग कमेटी इसकी जांच करेगी। वहीं जब सीएसए यूनिवर्सिटी के डीन स्टूडेंड वेलफेयर आरपी सिंह से घटना के बाबत जानकारी मांगी गई तो उन्होंने स्पष्ट जानकारी नहीं दी। हांलाकि फस्र्ट ईयर स्टूडेंट्स को रैगिंग से बचाने के लिए एंटी रैगिंग कमेटी और डीएसडब्लू की ओर से क्या उपाय किए गए थे, यह भी अभी साफ नहीं है। फस्र्ट ईयर स्टूडेंट्स के हॉस्टल में सीनियर्स कैसे घुसे। इसे लेकर भी स्पष्ट जवाब नहीं मिल सका।