-अनवरगंज-फर्रुखाबाद रूट पर लगाई जा रहीं नई टेक्नोलॉजी वाली पटरियां,120 की स्पीड से दौड़ेंगी ट्रेनें

- 52 केजी की रेल को रिप्लेस कर बिछाई जा रही हैं 60 केजी की रेल, हाई स्पीड में मिलेगा बेहतर संतुलन

KANPUR। आपका सफर लंबा न हो और तय समय में हो सके इसके लिए ट्रेनों की स्पीड बढ़ाई जा रही है। कानपुर-अनवरगंज रूट पर चलने वाली ट्रेनें 120 किमी प्रति घंटे मैक्सिमम स्पीड से दौड़ सकेंगी। इस रूट पर लगी पुरानी पटरियों को रिप्लेस करके उनके स्थान पर नई टेक्नोलॉजी की 60 केजी की पटरियों को लगाया जा रहा है। जो अभी लगी 52 केजी से कहीं अधिक मजबूत है। इसमें ट्रेनें वर्तमान की अपेक्षा सुरक्षित तरीके से अधिक स्पीड में चलाई जा सकती है।

क्या होता है 52 और 60 केजी?

रेलवे लगभग 7 साल पहले तक 52 केजी पटरियों का यूज रेलवे ट्रैक को बिछाने में करता था। ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने व दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए उसने अब 60 केजी की रेल पटरियों का यूज करना शुरू कर दिया है। जो पहले की पटरियों से अधिक मजबूत होती है।

लॉग वेलडेड रेल का यूज

रेलवे ट्रैक मेंटीनेंस इंजीनियर्स के मुताबिक पहले ट्रैक में यूज की जाने वाली पटरियां 13 मीटर की होती थी। जिसमें एक किमी रेलवे ट्रैक में हर 13 मीटर में एक जोड़ होता था। ज्वाइंट खुलने का खतरा अधिक बना रहता था। अभी यूज की जा रही 60 केजी की पटरियां एक किमी की होती है। एक किमी के लेंथ में सिर्फ एक ही ज्वाइंट लगता है। इससे रेल फ्रैक्चर और ज्वाइंट खुलने का खतरा काफी कम हो जाता है।

कम समय में तय होगी जर्नी

अनवरगंज-फर्रुखाबाद रूट की ट्रेनों की स्पीड बढ़ने से लाखों पैसेंजर्स को काफी राहत मिलेगी। वर्तमान की अपेक्षा आने वाले समय में स्पीड अधिक होने पर अनवरगंज से कासगंज, मथुरा, दिल्ली की जर्नी कम समय में तय होगी। अभी अनवरगंज-कासगंज रूट से दिल्ली तक का सफर लगभग 8 से 9 घंटे में तय होता है। ट्रेनों की स्पीड बढ़ने के बाद यह जर्नी 6 से 7 घंटे में तय होगा।

2020 लास्ट तक काम होगा पूरा

रेलवे आफिसर के मुताबिक इस रूट में पटरियों के रिप्लेसमेंट व मेंटीनेंस के कर सेमी हाईस्पीड ट्रैक बनाने में लगभग एक वर्ष का समय लेगा। संभावना जताई जा रही है कि इस वर्ष के अंत तक इस रूट में नई पटरियों को लगाने का काम खत्म हो जाएगा। जिसके बाद ट्रेनों की स्पीड अधिकतम 120 किमी हो जाएगी।

आंकड़े

- 120 किमी की स्पीड से दौड़ेंगी ट्रेनें अनवरगंज-फर्रुखाबाद रूट में

- 80 किमी प्रति घंटे की स्पीड है वर्तमान में

- 52 केजी की पटरियां अभी लगी रूट में

- 60 केजी की पटरियां लगाई जा रही हैं अब

-2 घंटे का लगभग समय बचेगा दिल्ली तक के सफर में

पैसेंजर्स की सुरक्षा और सुविधाओं को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने का निर्णय लिया है। नई टेक्नोलॉजी की पटरियों में यूज करने से हादसे की संभावना कम रहती है।

राजेंद्र कुमार, पीआरओ, इज्जतनगर डिवीजन