कानपुर (ब्यूरो)। संडे को होने वाली पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए अभ्यर्थी सैटरडे रात को ही सेंट्रल स्टेशन पहुंच गए। अभ्यर्थियों ने प्लेटफॉर्म और सीढिय़ों पर रात गुजारी। हालात ये हो गए कि बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर पैर रखने तक की जगह नहीं बची। गिरते-पड़ते अभ्यर्थी अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंचे तो कइयों की अव्यवस्था के चलते परीक्षा छूट गई। उधर, शाम को परीक्षा छूटने के बाद हालात और खराब हो गए। घर पहुंचने की जल्दबाजी में अभ्यर्थी ट्रेनों के लिए मारामारी करते दिखे। ट्रेन देखते ही उस पर टूट पड़े। एक-दूसरे को धक्का देकर ट्रेनों में घ़ुस गए। एसी कोचों तक में कब्जा कर लिया। हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल रहा। भीड़ को काबू करने में जीआरपी और आरपीएफ के भी पसीने छूट गए। गनीमत रही कहीं पर कोई हादसा नहीं हुआ। वहीं, दूसरे दिन परीक्षा में सिर्फ एक सॉल्वर गिरफ्तार हुआ है। इससे पहले सैटरडे को छह सॉल्वर गिरफ्तार किए गए थे।

एसी कोचों में कब्जा
अभ्यर्थियों ने सेंट्रल स्टेशन पर बीकानेर-हावड़ा, जोधपुर-हावड़ा, कालका, नार्थ ईस्ट, गोरखपुर-यशवंतपुरसहित सुपरफास्ट एक्सप्रेस समेत लगभग एक दर्जन ट्रेनों के एसी कोच में कब्जा जमा लिया। पैसेंजर्स ने रेलवे कंट्रोल रूम में शिकायत की। आरपीएफ ने युवाओं को समझा बुझा कर दूसरे कोच में शिफ्ट कर ट्रेन को रवाना किया।

कम पड़ गई चार स्पेशल ट्रेनें
सेंट्रल स्टेशन पर परीक्षार्थियों की भीड़ देखकर रेलवे ने प्रयागराज, लखनऊ समेत चार रूटों के लिए चार परीक्षार्थी स्पेशल चलाने का निर्णय लिया। एसीएम संतोष त्रिपाठी ने बताया कि कानपुर से प्रयागराज, लखनऊ, इटावा व झांसी के लिए एक-एक स्पेशल ट्रेन का संचालन किया गया । हालांकि एग्जाम में शामिल होने आए कैंडीडेट्स की भीड़ के आगे यह व्यवस्था नाकाफी साबित हुई।

लंबी लाइन लगी रही
सिटी में आयोजित पुलिस भर्ती परीक्षा में सम्मलित होने के लिए यूपी ही नहीं अन्य प्रदेशों से भी युवा ट्रेनों व विभिन्न ट्रांसपोर्ट से आए थे। इस दौरान इनको ट्रेन, रोडवेज बस में जर्नी के दौरान ही नहीं सेंट्रल स्टेशन पर रेल टिकट खरीदने तक के लिए घंटों जद्दोजहद करनी पड़ी। कैंट साइड टिकट विंडो में युवाओं की लंबी कतारे देखने को मिली। वहीं युवतियों को टिकट लेने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

स्थानीय पुलिस के साथ पीएसी भी रही तैनात
सेंट्रल स्टेशन के अंदर जहां रेलवे परिसर में आरपीएफ, जीआरपी व आरपीएसएफ फोर्स के साथ सिविल ड्रेस में आरपीएफ की सीआईबी टीम तैनात रही। वहीं स्टेशन के बाहर सिटी व कैंट साइड सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए स्थानीय थाने की फोर्स के साथ पीएसी फोर्स भी तैनात रही। वहीं, प्लेटफार्म के दोनों तरफ फोर्स तैनात किया गया। जिससे कोई भी अभ्यर्थी रेलवे ट्रैक से दूसरे प्लेटफॉर्म पर नहीं गया।

सॉल्वर हुआ गिरफ्तार
पहली पाली में गुजौनी थानाक्षेक्ष के ठाकुर विशंभर सिंह इंटर कॉलेज में रूम नंबर आठ में बॉयोमैट्रिक मिलान न होने की जानकारी केंद्र निरीक्षक ने पुलिस को दी। संदिग्ध दिखने पर पूछताछ हुई। छात्र ने अपना नाम सौरभ सिंह निवासी रामखेड़ा थाना रामखेड़ा जिला भरतपुर बताया। उसने बताया कि वह सतीश के स्थान पर परीक्षा देने आया था। देर शाम तक पुलिस ने सौरभ से पूछताछ कर जानकारी लेने की बात कही। दोनों पालियों में परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हो गई।


सेंटर्स पर कड़ी दिखी सिक्योरिटी
पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने बताया कि प्रत्येक केंद्र पर कड़ी सुरक्षा के बीच परीक्षा संपन्न हुी। अभ्यर्थियों की जांच पड़ताल के बाद प्रवेश दिया गया। यहां तक की मेटल डिटेक्टर से एक-एक अभ्यर्थी की चेकिंग की गई। इससे अगर अभ्यर्थी के पास कोई डिवाइस भी होती तो वह पकड़ में आ जाता। परीक्षा में किसी भी तरह से सेंधमारी की कोशिश करने वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके जेल भेज दिया जाएगा।

परीक्षा छूटने के बाद मची मारामारी
परीक्षा छूटने के बाद सडक़ पर मारा मारी दिखाई दी। हर किसी को अपने घर पहुंचने की जल्दी थी। पब्लिक व्हीकल्स के इंतजार में बड़ी संख्या में लोग सडक़ पर दिखाई दिए। ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के लाख प्रयास के बाद भी गोविंद नगर, फजलगंज, जरीब चौकी, सीसामऊ और अफीम कोठी चौराहे के अलावा मॉल रोड पूरी तरह से जाम दिखाई दिया। बस अड्डे और रेलवे स्टेशन जाने वाली सडक़ों पर भी भारी संख्या में अभ्यर्थी और उनके साथ आए लोग दिखाई दिए। नौबस्ता और बर्रा बाईपास के अलावा विजय नगर में भी जाम की स्थिति दिखाई दी। ई -रिक्शा, ऑटो और दूसरे वाहन रेंगते हुए दिखाई दिए।

- 50 हजार कैंडीडेट्स की भीड़ सेंट्रल स्टेशन व बस अड्डे पर पहुंची
-02 घंटे तक ट्रैफिक रेंगता रहा अफीमकोठी से लेकर टाटमिल तक
-01 लाख 12 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए पुलिस भर्ती एग्जाम में
-04 स्पेशल ट्रेनें चार रूट पर चलाई गर्ईं अभ्यर्थियों के लिए
- 110 केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच कराया गया एग्जाम