- टाटमिल में बनने वाले फ्लाई ओवर से ही बस अड्डे के लिए रैम्प बनाया जाएगा

- सिटी का सबसे व्यस्ततम चौराहा है टाटमिल चौराहा, ट्रैफिक का लोड सबसे अधिक

KANPUR। हाई ट्रैफिक लोड वाले टाटमिल चौराहा पर दिन भर लगने वाले जाम से मुक्ति दिलाने की प्लानिंग शुरू कर दी गई है। रामादेवी से गोल चौराहा तक जीटी रोड को सिक्स लेन बनाया जाएगा। जिसमें टाटमिल चौराहा पर फ्लाई ओवर बनेगा। इसी फ्लाईओवर से रोडवेज बसों को सीधे झकरकटी बस अड्डे जाने के लिए रैम्प बनाया जाएगा।

सिटी का सबसे व्यस्त चौराहा

मेट्रो प्रोजक्ट को लेकर किए गए सर्वे में यह जानकारी सामने आई है कि सिटी का सबसे व्यस्ततम चौराहा टाटमिल है। जहां सिटी के अन्य व्यस्ततम चौराहे से अधिक ट्रैफिक लोड है। टाटमिल चौराहा साउथ सिटी, कलक्टरगंज, रामादेवी व सिटी इलाके को जोड़ता हैं। यहां डेली लाखों व्हीकल्स का आवागमन है। यहीं कारण है कि यहां ट्रैफिक ऑटोमैटिक सिग्नल से चलने के बावजूद जाम लगा रहता है।

अनुमानित लागत ख्00 करोड़

पीडब्ल्यूडी एनएच के एक्सईएन एसपी ओझा ने बताया कि टाटमिल चौराहे पर फ्लाई ओवर बनाने का मुख्य उद्देश्य कानपुराइट्स को यहां पर लगने वाले जाम से छुटकारा दिलाना है। इस फ्लाई ओवर की अनुमानित लागत ख्00 करोड़ रुपए आंकी गई है। इसको देखते हुए ही डीपीआर बनाने का काम शुरू किया जाएगा। फ्लाईओवर से बस अड्डे के लिए भी एक रैंप बना कर रास्ता दिया जाएगा।

सिक्स लेन की बनी डीपीआर

पीडब्ल्यूडी एनएच के ऑफिसर्स के मुताबिक रामादेवी से गोल चौराहे तक जीटी रोड को सिक्स लेन बनाने की डीपीआर भी बन चुकी है। उन्होंने बताया कि जीटी रोड को सिक्स लेन बनाने के लिए बीच में आने वाले बिजली के पोल, पेड़, वॉटर सप्लाई लाइन को हटाने के लिए संबंधित डिपार्टमेंट्स को लेटर भेजा जा चुका है।

कानपुराइट्स के लिए मुसीबत

टाटमिल चौराहे पर वर्षो से जाम की प्रॉब्लम है। यहां डेली सुबह से लेकर रात तक जाम की स्थिति बनी रहती है। लाखों कानपुराइट्स यहां लगने वाले जाम को वर्षो से फेस करते आ रहे है। यह प्रॉब्लम कानपुराइट्स के लिए बहुत बड़ी मुसीबत है। टाटमिल में फ्लाई ओवर बनने व जीटी रोड सिक्स लेन होने से यह प्रॉब्लम दूर हो जाएगी।

इतने व्हीकल्स रोज गुजरते

- क् हजार से अधिक बड़े व्हीकल

- ख् लाख से अधिक थ्री व फोर व्हीलर व्हीकल

- ब् लाख लगभग टू व्हीलर व्हीकल्स

- भ्00 से अधिक रोडवेज बस

'' टाटमिल में लगने वाले जाम से लाखों कानपुराइट्स को राहत दिलाने के लिए यहां फ्लाई ओवर बनाया जाएगा। यह प्रोजक्ट कार्ययोजना में सम्मलित है। डीपीआर जल्द तैयार होगी। फ्लाई ओवर से सीधा रोडवेज बसें बस अड्डे के अंदर जा सकेंगी। इसको ध्यान में रखते ही डीपीआर तैयार की जाएगी.''

एसपी ओझा, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी एनएच