कानपुर (ब्यूरो)।दिव्यांगों को कोटेदार के यहां से राशन लाने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। उनको राशन दुकानदार के यहां केवल बायोमीट्रिक प्रॉसेज करने जाना होगा। बाकी काम कोटेदार करेगा। दिव्यांग के घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी कोटेदार की होगी। सप्लाई डिपार्टमेंट ने दिव्यांगों को सहूलियत देने लिए यह पहल की है।
21 हजार सिटी में आठ लाख फैमिलीज को 1375 दुकानों से राशन वितरण किया जाता है। इसके लिए ई-पोस मशीन के जरिए बायोमीट्रिक प्रॉसेज करना होता है। मशीन में उपलब्ध जानकारी के अनुसार कार्डधारक को राशन दिया जाता है। जिले में राशनकार्ड वाले 21 हजार ऐसी फैमिली हैं, जिनमें दिव्यांग भी हैं। जिन दिव्यांगों के राशनकार्ड बने हैं। उनको राशन वितरण के दौरान परेशान न होना पड़े इसके लिए सप्लाई डिपार्टमेंट ने उनके घर तक राशन पहुंचाने का डिसीजन लिया है। दिव्यांग को घर तक राशन ले जाने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।

डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफिसर राकेश कुमार ने बताया कि दिव्यांगों के घर तक राशन पहुंचाने का डिसीजन लिया गया है। कोटेदारों को निर्देश दिए गए हैं कि राशन वितरण के दौरान आने वाले दिव्यांगों को चिह्नित कर उनके घर तक राशन पहुंचाने की व्यवस्था करें।