-गोविंदपुरी पैरलल ब्रिज पर नो एंट्री के लिए लगाई गई बेरीकेडिंग को वाहनसवारों ने हटाया, फोरव्हीलर भी दौड़ रहे रांग साइड

- जल्द पहुंचने के लिए यंगस्टर जोखिम में डाल रहे हैं जान, पुलिस को नहीं हादसों की कोई परवाह, नहीं उठा रही कोई कदम

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KANPUR : कोरोना काल में ट्रैफिक पुलिस की सुस्ती से रांगसाइड गाड़ी चलाने वालों की अराजकता और बढ़ती जा रही है। गोविंदपुरी पैरलल ब्रिज पर वन वे फॉलो कराने के लिए फजलगंज साइड पुलिस ने जो बेरीकेड्स लगाए थे, लोगों ने उन्हें हटाकर गाडि़यां निकालने के लिए और जगह बना ली है। जिससे रांग साइड से स्कूटी, बाइक के साथ अब कारें और दूसरे कामर्शियल फोर व्हीलर भी एंट्री मार रहे हैं। इससे गोविन्द नगर से फजलगंज की ओर जाने वाले वाहन सवारों के लिए हादसे खतरा और भी बढ़ गया है। पुलिस ने जल्द ही सख्त कदम नहीं उठाए तो नतीजे खतरनाक हो सकते हैं।

एकदूसरे से बांध दी थी

गोविन्दपुरी ब्रिज फजलगंज ढाल पर रांग साइड से लोग नए पुल पर न जा सकें, इसके लिए मूवेबल बेरीकेडिंग लगाई थी। उन्हें एकदूसरे से बांध दिया था। लेकिन इधर कोरोना का प्रकोप बढ़ा तो ट्रैफिक पुलिस की सक्रियता कम हो गई। इसका फायदा उठाते हुए जल्दी पहुंचने की होड़ में रांग साइड और हवा से बातें करने वाले गाड़ीसवारों ने बंधी हुई बेरीकेडिंग अलग कर दी। जिससे गाडि़यां निकालने के लिए और भी चौड़ा हो गया है।

आखिर इंतजार िकस बात का

रांग साइड चलने से लगातार हो रहे हादसों के बाद भी ट्रैफिक पुलिस की नींद नहीं टूट रही है। करीब एक महीने पहले शहर को जाममुक्त सड़कें देने का पुलिस कमिश्नर ने वादा किया था और इसके लिए जिम्मेदारी डीसीपी को दी थी। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण स्कूल, कालेज बन्द होने, ऑफिसों में 50 परसेंट स्टॉफ आदि वजहों से रोड्स पर ट्रैफिक कम हो गया है और जाम की समस्या से काफी हद तक छुटकारा अपने आप मिल गया है। लेकिन इस बीच हवा से बातें करने यंगस्टर्स की अराजकता बढ़ गई है। वह जल्दी निकलने के लिए रांग साइड, वन वे आदि ट्रैफिक रूल्स की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इसे रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस कोई कदम नहीं उठा रही है शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार है।

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अभी कुछ स्टाफ चुनाव ड्यूटी पर गया है। जबकि कुछ स्टाफ कोविड से जूझ रहा है। पुलिस कर्मियों के वापस आने पर इस समस्या का समाधान कराया जाएगा।

बीबीटीजीएस मूर्थि, डीसीपी ट्रैफिक

कानपुर कॉलिंग

- पुल पर वनवे है, लेकिन जल्दी पहुंचने की वजह से हर दिन हादसे होते हैं। सरकारी अधिकारी शायद बड़ी दुर्घटना के इंतजार में हैं। जल्द ही कोई कदम उठाना होगा।

अबरार आलम खां

- गोविंद नगर पुल से फजलगंज जाने के दौरान अगर सामने से कोई वाहन आ जाता है तो उसे बचाना मुश्किल हो जाता है। इन वाहनों को रोकने वाला कोई नहीं है।

चित्रांशु शुक्ला

- थोड़ा समय बचाने के लिए लोग अपनी जान तक दांव पर लगा रहे हैं। अगर पुलिस, ट्रैफिक पुलिस चाहे तो इस स्थिति से निपटा जा सकता है लेकिन पुलिस ने सबकुछ भगवान भरोसे छोड़ दिया है।

राघव