-केंद्रीय गृहमंत्री से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे ज्योति के पिता और भाई

-दो दिनों से दिल्ली में डेरा जमाए हैं ज्योति के परिजन, ब्लैकबेरी मोबाइल की डिटेल्स कानपुर पुलिस को दिलाने की करेंगे मांग

-एमपी के एक मंत्री ने दिलाया टाइम, पीयूष के परिजनों को घेरने के लिए हाईकोर्ट में रिट दाखिल करने की कर रहे हैं तैयारी

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यन्हृक्कक्त्र:

अपनी बेटी ज्योति को इन्साफ दिलाने के लिए ज्योति के पिता और भाई केंद्रीय गृह मंत्री से मदद की गुहार लगाने के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं। वो दो दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। वे केंद्रीय गृह मंत्री से मांग करेंगे कि इंटरपोल की मदद से ज्योति के हत्यारोपी पति पीयूष और उसकी माशूका के ब्लैकबेरी मोबाइल के मैसेजेज, कॉल्स और व्हॉट्सएप की डिटेल दिलवा दें, ताकि किसी भी सूरत में हत्यारोपी बच न पाए। साथ ही उन्होंने हत्यारोपी पति के परिजनों पर कार्रवाई कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट्स से सलाह की है। जिसके तहत वो हाईकोर्ट में जल्द ही याचिका दाखिल करेंगे।

दो दिन से दिल्ली में डेरा डाले हैं

कानपुर पुलिस ने ज्योति हत्याकांड का खुलासा कर हत्यारोपी पति पीयूष, उसकी माशूका मनीषा, ड्राइवर अवधेश, रेनू, सोनू और आशीष को गिरफ्तार किया है। इसमें पुलिस के पास हत्यारोपी मनीषा को छोड़कर सभी आरोपी केखिलाफ ठोस सबूत हैं। जिससे उनको सजा हो सकती है, लेकिन पुलिस के पास हत्यारोपी मनीषा के खिलाफ पर्याप्त ठोस सबूत नहीं हैं। पुलिस ने शिकंजा कसने के लिए उसके ब्लैकबेरी मोबाइल के बीबीएम, व्हॉट्सएप मैसेज और कॉल की डिटेल कनाडा स्थित रिम सेंटर से मांगी थी, ब्लैकबेरी ने नियम का हवाला देकर उसे देने से मना कर दिया है। जिससे मनीषा के बचने की संभावना बढ़ गई है। जिसे देखते हुए आईजी आशुतोष पाण्डेय ने इंटरपोल की मदद लेने के लिए डीजीपी से बात की, तो उन्होंने यूपी गर्वमेंट की संस्तुति लेकर मैसेज और कॉल डिटेल लेने के लिए केंद्र सरकार को लेटर भेज दिया। उन्होंने केंद्र सरकार से इंटरपोल की मदद के जरिए मैसेज और कॉल डिटेल दिलाने की मांग की है। जिसका पता चलते ही ज्योति के पिता शंकर नागदेव और भाई विशेष नागदेव केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलने के लिए 3 अक्टूबर को दिल्ली पहुंच गए हैं। वो मध्यप्रदेश सरकार के एक मंत्री के जरिए केंद्रीय गृहमंत्री से मिलेंगे। उनको रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री से मिलने का टाइम भी मिल गया, लेकिन केंद्रीय गृहमंत्री के अचानक महाराष्ट्र में चुनावी दौरे पर जाने से उनकी मुलाकात टल गई। हालांकि उन्होंने अपनी मांग केंद्रीय गृहमंत्री के पास पहुंचा दी है। जिसे सुनने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री ने उनको 13 अक्टूबर को मिलने का टाइम दिया। ज्योति के पिता शंकर नागदेव का कहना है कि वो गृहमंत्री से मिलकर इंटरपोल की मदद की मांग करेंगे। वो गृहमंत्री से गुहार लगाएंगे कि वो इंटरपोल से इस मामले में मदद के लिए केंद्र सरकार की ओर से कहें।

हाईकोर्ट में रिट दाखिल करेंगे

ज्योति के पिता शंकर नागदेव और भाई विशेष नागदेव पहले हत्यारोपी पति पीयूष के परिजनों को निर्दोष समझ रहे थे, लेकिन पुलिस और खुद की जांच में हत्याकांड की परतें खुलने पर उनका हत्यारोपी पति पीयूष के परिजनों पर शक बढ़ गया है। उन्होंने हत्यारोपी पीयूष के परिजनों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की है। उनका आरोप है कि पीयूष के परिजन हत्या के बारे में जानते थे। तभी उन्होंने एक घंटे देरी से पुलिस को सूचना दी थी। उन्होंने पीयूष के परिजनों पर सुबूतों को मिटाने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने विवेचक समेत आला अधिकारी से पीयूष के परिजनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन पुलिस के कोई कार्रवाई न करने पर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट्स से सलाह ली। एडवोकेट्स का भी मानना है कि पीयूष के परिजन शक के घेरे में हैं। उन्होंने ज्योति के परिजनों से उसकी हत्या की बात को छुपाई थी। उन्होंने पुलिस को एक घंटे देरी से क्यों सूचना दी? उन्होंने पीयूष के टी-शर्ट बदलने के बारे में पुलिस को क्यों नहीं बताया? इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकीलों ने रिट तैयार की है। जिसे वे हाईकोर्ट में दाखिल कर पीयूष के परिजनों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग करेंगे। इसकी पुष्टि ज्योति के पिता और भाई ने खुद की।