- कानपुर आए डीजीपी मुकुल गोयल ने माना शहर में आतंकियो का हिडेन माड्यूल मौजूद, एटीएस व एसटीएफ सफाए में लगीं

- बोले कुछ लोग पकड़े गए हैं जिनकी जांच जारी, जो गलत होगा वह नहीं बचेगा, किसी निर्दोष को नहीं किया जाएगा परेशान

KANPUR: कानपुर में आतंकियों का हिडेन माड्यूल एक्टिव है। इसे तलाशना एक प्रक्रिया है। जिसके लिए इंटेलिजेंस डेवलप करने में टाइम लगता है। एटीएस और एसटीएफ के ऑपरेशन में अभी कुछ लोग पकड़े गए हैं। इनकी जांच जारी है। एटीएस और एसटीएफ की कोशिश है कि जो लोग वही में टेररिस्ट एक्टिविटी में शामिल हैं, उन्हें पकड़कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जाए। लेकिन साथ में यह भी ध्यान रखना कि कोई निर्दोष शख्स न पकड़ा जाए। संडे को कानपुर आए डीजीपी मुकुल गोयल ने यह जानकारी मीडिया से बातचीत के दाैरान दी।

क्राइम कंट्रोल मुख्य जिम्मेदारी

डीजीपी ने कहा कि अपराध नियंत्रण पुलिस का प्रमुख दायित्व है। सही एफआईआर हो, सही इनवेस्टिगेशन, उचित प्रॉसीक्यूशन और दोषी को सजा दिलाने से क्राइम कंट्रोल में आएगा।

भ्रष्ट लोगों को िदलाएंगे सजा

बिकरू कांड में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता के मुद्दे पर डीजीपी मुकुल गोयल ने जानकारी दी कि हर विभाग में 99 फीसदी लोग अच्छे से ड्यूटी करते हैं,लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपनी हरकतों से पुलिस का नाम बदनाम करते हैं। बिकरू कांड में ऐसे जिन भी लोगों के नाम सामने आए। उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि बिकरू कांड में शहीद हुए डीएसपी की बेटी को नौकरी मिल चुकी है। बाकी शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को भी जल्द नौकरी मिल जाएगी।

पूरे प्रदेश में बनाएंगे व्यवस्था

पुलिस लाइन में पुलिस कोविड हॉस्पिटल का लोकार्पण करने के बाद डीजीपी ने कहा कि कोरोना काल में पुलिसकर्मियों के इलाज के लिए जैसी व्यवस्था कानपुर में की गई। वैसी व्यवस्था सभी जिलों में हो इसके प्रयास किए जाएंगे। मालूम हो कि पुलिस अस्पताल में कोविड आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। जिसमें सभी बेड पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की सुविधा है। साथ ही अस्पताल में कोविड वैक्सीनेशन और डॉक्टर्स का स्टाफ भी तैनात रहता है। लोकार्पण के दौरान एडीजी जोन भानु भास्कर, कमिश्नर डॉ.राज शेखर, आईजी रेंज मोहित अग्रवाल, डीएम आलोक तिवारी, महापौर प्रमिला पांडेय प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

कमिश्नरेट की उलझनें सुझला गए डीजीपी

पुलिस लाइन में पुलिस कोविड केयर हॉस्पिटल का लोकार्पण करने पहुंचे डीजीपी मुकुल गोयल ने कानपुर पुलिस कमिश्नरेट और आउटर पुलिस के बीच बंटवारे पर कुछ अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा कि दोनों के बीच बंटवारा हो गया है। इसमें फोर्स के बंटवारे से इतर कुछ सर्विसेस कमिश्नरेट ने अपने पास रखी हैं। जिसकी सेवाएं आउटर पुलिस को जरूरत पड़ने पर मिलती रहेंगी। कुछ विभागों का बंटवारा शासन स्तर से होगा।

78-22 के अनुपात में बंटवारा

कानपुर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने जानकारी दी कि कमिश्नरेट में 34 और आउटर में 11 थाने हैं। इनमें फोर्स को 78-22 के अनुपात में बांटा गया है। कहीं कुछ दिक्कत सामने आएंगी तो उसे रिव्यू कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि घुड़सवार पुलिस, डॉग स्क्वॉयड, फोरेंसिक फील्ड यूनिट का कंट्रोल कमिश्नरेट के पास होगा। आउटर पुलिस की डिमांड पर कमिश्नरेट से यूनिट रवाना की जाएगी।

इनमें शासन से हाेगी तैनाती

फायर सर्विस, रेडियो शाखा, एफएसएल, 112 कंट्रोल रूम,एलआईयू।