- दो दर्जन से ज्यादा है इनकी संख्या, स्वतंत्रता दिवस को लेकर शासन ने जारी किया अलर्ट

- रो¨हग्या और बांग्लादेशी नागरिकों की तलाश में जुटी पुलिस की टीमें

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KANPUR : स्वतंत्रता दिवस को लेकर यूपी में अलर्ट जारी किया गया है। जिसके चलते शहर में अपनी पहचान बदलकर या चुपचाप रह रहे विदेशी नागरिकों की तलाश की जा रही है। कानपुर पुलिस को दो दर्जन से ज्यादा ऐसे लोगों की जानकारी हुई है, जो संदिग्ध हैं। इनकी जानकारी में लगी एलआईयू ने इनके कागजात जांच के लिए असम और पश्चिम बंगाल पुलिस को भेजे हैं। इन सभी को रो¨हग्या या बांग्लादेशी नागरिक माना जा रहा है। सभी से जो दस्तावेज पुलिस को मिले हैं। वहां से रिपोर्ट आते ही अगर शक सही निकला तो सभी को गिरफ्तार किया जा सकता है।

एटीएस ने िकया अरेस्ट

पिछले दिनों एटीएस ने लखनऊ में मानव तस्करी में शामिल रो¨हग्या व बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। जिनसे कानपुर की कुछ जानकारी मिली थी। जिसे एजेंसी ने कमिश्नर से शेयर किया था। जिसके बाद पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने बीते फ्राइडे को शहर में छिपे संदिग्ध विदेशियों को तलाशने का अभियान शुरू किया था। विशेषकर उन इलाकों में जांच करने को कहा गया था, जहां पहले कभी रो¨हग्या या संदिग्ध बांग्लादेशी पकड़े गए थे या ऐसे स्थान जहां आतंकी गतिविधियां मिली थीं।

डेढ़ हजार लोगों को दस्तावेज जांचे

पूरे कमिश्नरेट में अब तक डेढ़ हजार से अधिक नागरिकों के दस्तावेज जांचे गए हैं। सूत्रों के मुताबिक इनमें दो दर्जन से ज्यादा ऐसे लोगों की तलाश की गई है, जिन्हें बोलचाल और पहनावे के आधार पर संदिग्ध माना गया। जब इनसे इनके निवास का प्रमाण मांगा गया तो उन्होंने खुद को असम के बरपेट और पश्चिम बंगाल से सटी बांग्लादेश के सीमावर्ती भारतीय क्षेत्रों का निवासी बताया। ऐसे लोगों से उनके दस्तावेज पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिए हैं और संबंधित राज्यों की पुलिस को जांच के लिए इन्हें भेजा है। मुख्य रूप से यह सभी संदिग्ध नौबस्ता थाना क्षेत्र के मछरिया में रह रहे हैं। दो व्यक्ति चकेरी और चार संदिग्ध शहर की घनी बस्ती वाले इलाकों में रहते हुए मिले हैं।

एलआईयू की जांच में जीरो

एलआईयू ने करीब दो साल पहले कानपुर में छिपे रो¨हग्या की तलाश को अभियान चलाया था। कई महीनों पर चली जांच के बाद उन्होंने जो जांच रिपोर्ट शासन को भेजी थी, उसमें महानगर में एक भी रो¨हग्या न होने का जिक्र किया था। अब इतनी बड़ी संख्या में संदिग्धों की मौजूदगी से एलआईयू की जांच पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

कुछ संदिग्ध लोग प्रकाश में आए हैं, जिनकी जांच के लिए दस्तावेज भेजे गए हैं, रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।

असीम अरुण, सीपी कानपुर